Dangerous Yuti: ये तीन बड़े ग्रहों की युति देश में मचा सकती है तांडव, भूंकप से लेकर आर्थिक संकट तक की संभावना
Surya-Guru-Rahu Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दो ग्रहों का मिलन युति कहलाता है. ग्रहों की ये युति कभी शुभ तो कभी अशुभ साबित होती है. ग्रहों का मिलना सिर्फ सभी 12 राशियों के जातकों के लिए ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया के लिए भी शुभ-अशुभ फल प्रदान करती है. 22 अप्रैल को सूर्य गुरु राहु की युति मेष में बनने जा रही है. इस युति पर शनि देव की नजर होने से देश-दुनिया पर बहुत नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा.
जनता में गुस्सा
सूर्य-गुरु-और राहु की मेष में युति का नकारात्मक प्रभाव कई तरह से देखने को मिलेगा. इन तीनों ग्रहों की युति से राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिल सकती है. इतना ही नहीं, ये भी संभव है कि सरकार का कोई बड़ा फैसला जनता को क्रोधित कर दे. उस समय जनता सड़कों पर आंदोलन के लिए उतर आएगी.
कोई भयानक बीमारी
बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में देव गुरु बृहस्पति को आयु प्रदाता और जीवन रक्षक माना जाता है. राहु के साथ होने के कारण देश-दुनिया में कोई ऐसी बीमारी आ सकती है, जिससे हजारों लोगों की जान को खतरा पैदा हो सकता है.
अग्नि कांड
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 22 अप्रैल को मेष राशि में सूर्य, राहु और गुरु की युति देश-दुनिया पर खूब प्रभाव डालेगी. इस दौरान काफी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा. इस दौरान ऐसा माना जा रहा है कि भीषण अग्निकांड हो सकता है. किसी जंगल आदि में आग लगने की घटना राष्ट्रीय समाचार बन सकती है.
मंडरा सकता है आर्थिक संकट
इन ग्रहों की युति के दौरान कई देशों की आर्थिक स्थिति पर भी संकट मंडराता नजर आ रहा है. इतना ही नहीं, इस दौरान शेयर मार्केट और सोने की कीमतों में अचानक से बड़े बदलाव आएंगे. जो दुनियाभर में आर्थिक संकट को न्यौता देगा.
सुनामी, ज्वालामुखी या फिर भूकंप
ऐसा भी माना जा रहा है कि मेष राशि में इन तीन ग्रहों की युति धरती के किसी भी क्षेत्र में भूकंप, सुनामी और ज्वालामुखी जैसी स्थिति पैद सकती है.
कोई युद्ध हो सकता है
मेष राशि में इन तीन ग्रहों की युति 22 अप्रैल को होने जा रही है. इस दौरान किसी अन्य देश में युद्ध होने की भी संभावना है. वैसे बता दें कि फिलहाल रशिया और यूक्रेन में युद्ध चल रहा है. ऐसा भी माना जा रहा है कि भारत की किसी पड़ोसी देश से भी टकराव आदि हो सकता है. कोई बड़ी आंतकी घटना भी रूप ले सकती है.