Gemstone: कोई भी रत्न धारण करने से पहले जरूर जान लें ये बात, फायदे की जगह होगा तगड़ा नुकसान!
Gemstone Wearing Rules: कुंडली के कमजोर ग्रहों को मजबूत करके उनसे शुभ फल पाने के लिए रत्न धारण किए जाते हैं. लेकिन रत्न धारण करने में कोई गलती हो जाए तो वे खासा नुकसान भी पहुंचाते हैं इसलिए इससे जुड़े जरूरी नियम जान लेना चाहिए. रत्न शास्त्र में कुंडली के 9 ग्रहों को संतुलित करने या मजबूत करने के लिए 9 रत्न और कई उप रत्न बताए गए हैं. आइए जानते हैं इन रत्नों और उपरत्नों को धारण करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. जो पैसों की तंगी, तरक्की में आ रही रुकावटें, वैवाहिक जीवन-सेहत की समस्याओं आदि को दूर करने में प्रभावी नतीजे देते हैं.
हमेशा रत्न धारण करने से पहले किसी विशेषज्ञ को अपनी कुंडली दिखवा लें और उसके बाद ही रत्न धारण करें. वरना गलत रत्न धारण करना फायदे की जगह नुकसान पहुंचाएगा और जीवन में मुश्किलें बढ़ाएगा.
रत्न खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच जरूर कर लें. महंगे रत्न खरीदते समय उसका सर्टिफिकेट लें. साथ ही नीलम जैसे रत्न को तो रात भर नीले कपड़े में अपने हाथ में बांधकर रात भर सोएं. या तकिए के नीचे रख कर सोएं. यदि नींद अच्छी आए तो ही नीलम रत्न खरीदें.
नीलम और हीरा जैसे रत्न हर किसी को सूट नहीं करते हैं. लिहाजा इन रत्नों को सोच-समझकर और सलाह लेकर ही धारण करें. साथ ही कुछ रत्नों को एक साथ धारण करना बहुत हानिकारक होता है. लिहाजा इस बात का ध्यान रखें.
रत्न को हमेशा विधि-विधान से ही धारण करें. रत्न को सही दिन, सही मुहूर्त में शुद्ध करके, संबंधित ग्रह का मंत्र जाप करके धारण करना चाहिए. इसके लिए भी विशेषज्ञ से मार्गदर्शन ले सकते हैं. सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण जैसे मौकों पर गलती से भी रत्न धारण न करें.
हर रत्न उससे संबंधित धातु में ही जड़वाकर पहना जाए तो असरकारी फल देता है. लिहाजा रत्न के अनुसार धातु का चयन करें. रत्न की अंगूठी, ब्रेसलेट, लॉकेट को बार-बार उतारे नहीं. इनका त्वचा से स्पर्श लगातार रहेगा, तभी वे शुभ फल देंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)