Dream Meaning: सपने में पितरों का दिखना देते हैं शुभ-अशुभ संकेत, जानें पितृपक्ष में किन सपनों को माना जाता है अच्छा!
Dreams In pitru paksha: पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से हो चुकी है. इस समय पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनका स्मरण, पूजा-पाठ आदि किया जाता है. प्रसन्न होकर पूर्वक वंशजों को सपने में नदर आते हैं. आइए जानते हैं पूर्वजों का किस रूप में दिखना देता है कैसे संकेत.
Pitru Dream Meaning: भाद्रपह माह की पूर्णिमा तिथि की से पित- पक्ष की शुरुआत होती है और अश्विन अमावस्या तक ये 16 दिन पितरों को समर्पित होते हैं. पितृपक्ष की 29 सितंबर से शुरू हो चुका है और 14 अक्टूबर को इसका समापन होगा. मान्यता है कि ये 16 दिन पितर धरती पर वंशजों के बीच रहते हैं. उनके द्वारा किए गए तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान आदि से संतुष्ट हो वे उन्हें वंश वृद्धि, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. इस दौरान श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि करना शुभ माना गया है. ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में पूर्वज प्रसन्न या नाराज होने पर सपनों में नजर आते हैं. इस दौरान अगर आपको भी पितर दर्शन होते हैं, तो जानें पितरों का क्या रूप किस बात का संकेत देता है.
हाथ बढ़ाते नजर आएंगे पूर्वज
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर व्यक्ति को पितृपक्ष के दौरान अपने कोई पूर्वज सपने में उनकी ओर हाथ बढ़ाते नजर आए तो इसे स्वप्न शास्त्र में शुभ माना जाता है. इस सपने का अर्थ है कि व्यक्ति के पूर्वज उनसे खुश हैं और जल्द ही सारी समस्याएं दूर होने वाली हैं. इसके अलावा घर में सुख-समृद्धि का वास होने वाला है.
मिठाई बांटते आए आना
स्वप्न शास्त्र के अनुसार पितृपक्ष के दौरान अगर सपने में पितर मिठाई बांटते हुए नजर आते हैं, तो इसे भी शुभ संकेत माना गया है. बता दें कि पितरों ने आपके द्वारा किया श्राद्ध कर्म, तर्पण और पिंडदान को स्वीकार कर लिया है और वे तृप्ति हो गए हैं. अब जल्द ही घर में कोई नई खुशखबरी मिलने वाली है.
पूर्वजों से बात करना
अगर सपने में व्यक्ति पूर्वजों से बात कर रहा है तो समझ जाए कि भविष्य में किसी कार्य में बड़ी सफलता हासिल होने वाली है.
पितर बाल बनाते आए नजर
अगर सपने में पितृ बाल बनाते नजर आए तो समझ जाए कि वह प्रसन्न हैं. यह अच्छे दिन की शुरुआत होने की ओर इशारा है.
पितर चुपचाप आए नजर
स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में व्यक्ति के पूर्वज उन्हें शांत नजर आए तो समझ जाए कि वह अपने परिजनों के बीच शांति चाहते हैं. ऐसे में पितरों के श्राद्ध कर्म के साथ कुछ उपायों को अपनाना होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)