Rang Panchmi Date: हिंदू धर्म में विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन रंग पंचमी की अहमियत अलग है. यह होली के बाद पांचवें दिन यानी चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी को मनाया जाता है. मालवा इलाके में इस पर्व पर विशेष धूम होती है. इसके अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में भी यह बहुत प्रचलित है. माना जाता है कि इस दिन रंगों और अबीर के साथ देवी-देवता होली खेलते हैं. इसी कारण इस दिन को रंग पंचमी के नाम से जाना जाता है. 


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कैसे मनाई जाती है?


रंग पंचमी होली की तरह ही होती है. इसमें लोग गुलाल और रंग उड़ाकर खुशियां मनाते हैं. कई जगहों पर भगवान कृष्ण और राधा रानी को गुलाल चढ़ाया जाता है और शोभा यात्राएं निकाली जाती हैं. होली की तरह रंग पंचमी पर भी लोग एक दूसरे पर अबीर और रंग डालते हैं. 
 
रंग पंचमी पर मान्यता यह भी है कि इस पर्व पर अबीर और रंग उड़ाने से माहौल सकारात्मक होता है. इसका असर व्यक्ति की सोच, व्यक्तिव और जीवन पर पड़ता है. इसके अलावा बुरे काम और पाप भी नष्ट हो जाते हैं. 


रंग पंचमी शुभ मुहूर्त


इस बार 12 मार्च 2023 को रंग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. इसे होली का समापन माना जाता है. इस बार रंग पंचमी की शुरुआत 11 मार्च की रात 10 बजकर 5 मिनट पर होगी. समापन 12 मार्च की रात 10 बजकर 1 मिनट पर होगा. लिहाजा, 12 मार्च को ही रंग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा.


कैसे करें पूजा


इस दिन भगवान कृष्ण और राधा जी की पूजा की जाती है. उनको गुलाबी रंग का गुलाल अर्पित किया जाता है. इससे शादीशुदा जिंदगी में खुशहाली आती है. 


करें ये खास उपाय


इस दिन कमल पर बैठे लक्ष्मी-नारायण के चित्र को उत्तर दिशा में स्थापित करें. लोटे में जल भरें. घी का दीपक जलाएं और नारायण और लक्ष्मी जी की तस्वीर पर गुलाब का फूल चढ़ाएं. इसके बाद आसन पर बैठकर तीन माला ॐ श्रीं श्रीये नमः का जाप करें. श्री नारायण और लक्ष्मी जी को मिश्री और गुड़ का भोग लगाएं. जाप पूरा होने के बाद जल को पूरे घर में छिड़क दें. इससे आपके घर में बरकत आएगी. 


 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)