Shani Ast 2023: 30 जनवरी से इन राशि वालों के जीवन में कोहराम मचाएंगे शनि, धन हानि के बन रहे हैं प्रबल योग
Shani Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी ग्रह का गोचर, उदय और अस्त होना सभी राशियों के जीवन पर खासा प्रभाव डालता है. शनि 17 जनवरी को गोचर करने जा रहे हैं और 30 जनवरी को वो अस्त अवस्था में आ जाएंगे. ऐसे में जानें किन राशियों को खास सावधान रहना होगा.
Shani Ast On 30 January 2023: वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं. शनि को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में पूरे ढाई साल का समय लगता है और राशियों के चक्र को पूरा करने में कुछ 30 साल. शनि नए साल में 17 जनवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. इस दौरान कई राशियों को शुभ तो कुछ को अशुभ फलों की प्राप्ति होगी. वहीं, गोचर के ठीकक 13 दिन बाद शनि अस्त अवस्था में आ जाएंगे.
ज्योतिष गणना के अनुसार शनि 30 जनवरी 2023 को रात 12 बजकर 6 मिनट से 6 मार्च रात 11 बजकर 36 मिनट तक अस्त अवस्था में रहेंगे. इसके बाद शनि 17 जून 2023 को रात 10 बजकर 48 मिनट पर वक्री अवस्था में आ जाएंगे और 4 नवंब को मार्गी होंगे. ऐसें 30 जनवरी को शनि के अस्त होने से कई राशि के जातकों के धन हानि के योग बन रहे हैं. जानें किन राशि के जातकों को विशेष सावधान रहना होगा.
इन राशियों पर शुरू होगा शनि की साढ़े साती का दौर
शनि के अस्त होने से धनु राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी. वहीं, मकर राशि के जातकों पर साढ़े साती का तीसरा चरण शुरू होगा. कुंभ राशि के जातकों पर दूसरा चरण और मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती का पहला तरण शुरू होगा.
इन्हें मिलेगी शनि ढैय्या से राहत
शनि की इस चाल से तुला राशि के जातकों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी. वहीं, वृश्चिक राशि के जातकों पर ढैय्या का दौर शुरू होगा और मिथुन राशि के जातकों से शनि कती कंटक ढैय्या समाप्त होगी और कर्क राशि के जातकों पर शुरू हो जाएगी.
शनि साढ़े साती से राहत पाने के उपाय
- शनि की साढ़े साती और क्रूर दृष्टि से छुटकारा पाने के लिए शनि देव की पूजा करें और शनि वार के दिन व्रत रखें.
- शनि मंदिर में शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाने से लाभ होगा.
- शनिवार के दिन काले तिल और काली वस्तुओं का दान करने से विशेष लाभ होगा. इतना ही नहीं, इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने से भी खास लाभ होता है.
- शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति पर शनि देव की कुदृष्टि नहीं पड़ती. व्यक्ति को नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)