Main Gate Doormat Color in Hindi: मां लक्ष्मी धन की देवी हैं. अगर आप चाहते हैं कि मां लक्ष्मी आपके घर पर स्थाई रूप से बसेरा कर लें तो आप वास्तु शास्त्र के हिसाब से अपने घर के मेन गेट पर डोरमैट रख दें. इसके बाद चमत्कार अपने आप होगा.
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Lucky Doormat Colours on Main Gate: सनातन धर्म में घर में कोई वस्तु बनाते या लाते वक्त वास्तु शास्त्र का बहुत ध्यान रखा जाता है. ऐसा करने से घर में न केवल सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित होता है बल्कि सुख-समृद्धि का आगमन भी बढ़ता है. यदि आप अपने घर के मुख्य द्वार पर डोरमैट रखना चाहते हैं तो उसके रंग पर खास ध्यान दें. यह रंग आपके जीवन को खुशियों से भर भी सकता है और दुखों में भी डुबो सकता है. आइए जानते हैं कि डोरमेट का कौन सा रंग कौन सी दिशा में शुभ माना जाता है.
पूर्व दिशा के लिए डोरमैट का कौन सा रंग उचित?
यदि आपके घर का मेन गेट पूर्व दिशा में खुलता है तो इसे तरक्की के लिए बहुत शुभ माना जाता है. पूर्व दिशा से ही सूर्य उदय होते हैं, जो हमें नई ऊर्जा, शक्ति और आत्मविश्वास प्रदान करते हैं. लिहाजा इस दिशा में मैरून या बादामी रंग का डोरमैट रखना उचित माना जाता है. कहते हैं कि यह रंग समृद्धि, खुशी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे परिवार में खुशियां आती हैं.
पश्चिम दिशा के लिए किस रंग का डोरमैट होना चाहिए?
वास्तु शास्त्र में पश्चिम दिशा को पृथ्वी तत्व से जुड़ा माना गया है. इसे संतुलन और स्थिरता का कारक भी कहा जाता है. ऐसे में यदि आपके घर का मेन गेट पश्चिमी दिशा में खुलता है तो वहां पर मिट्टी यानी भूरे रंग वाली डोरमैट रखना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि यह रंग सुरक्षा-समृद्धि और स्थिरता को लाता है, जिससे घर में धन-वैभव बढ़ता है.
उत्तर दिशा के लिए कौन से रंग का डोरमैट लें?
यदि आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में है तो वहां पर नीले रंग का डोरमैट रखना शुभ माना जाता है. इसकी वजह ये है कि उत्तर दिशा को वास्तु शास्त्र में जल तत्व का प्रतीक माना गया है. यह दिशा बुध के प्रभाव के वशीभूत होती है. ऐसे में यदि आप घर के मुख्य द्वार पर गहरे नीले या नीले रंग की डोरमैट रखते हैं तो यह आपके नौकरी-कारोबार के लिए बेहतर हो सकता है.
दक्षिण दिशा में कैसा डोरमैट रखना चाहिए?
जिन लोगों के घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो, उन्हें वहां पर लाल रंग की डोरमैट रखनी चाहिए. यह रंग घर में सफलता, तरक्की और आत्मविश्वास लाने में सहायता करता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा का संबंध अग्नि तत्व से होता है, जिसके स्वामी मंगल ग्रह हैं, जिनका रंग लाल है. लिहाजा दक्षिण दिशा में लाल रंग का डोरमैट रखना शुभ रहता है.
डोरमैट का रखरखाव और सही आकार
घर में डोरमैट रखना आवश्यकता मानी जाती है. लेकिन ध्यान रखें कि डोरमैट का आकार दरवाजे के आकार से मेल खाना चाहिए. वह न तो ज्यादा बड़ा हो या छोटा हो. उसे हर दूसरे दिन साफ करते रहना चाहिए, जिससे उसकी धूल-मिट्टी बाहर निकलती रहे. जब डोरमैट पुराना हो जाए तो उसे एक अंतराल के बाद बदल देना चाहिए. गंदा और पुराना डोरमैट नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर खींचता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)