Surya ke Upay: आज के दिन कर लें ये काम, हर काम में मिलेगी सफलता, हाथ लगाते मिट्टी होगी सोना!
Sunday Remedies in Hindi: रविवार का दिन सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है. इस दिन किए गए उपाय कुंडली में सूर्य को मजबूत करते हैं और खूब सफलता, शोहरत दिलाते हैं.
Ravivar ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है. सूर्य सफलता, सेहत, सम्मान, आत्मविश्वास देने वाले ग्रह हैं. कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो व्यक्ति बहुत कॉन्फिडेंट रहता है. ऐसे जातक जो भी काम करें, उन्हें आसानी से सफलता मिल जाती है. उसमें नेतृत्व क्षमता अच्छी रहती है. लिहाजा ऐसे जातक ऊंचा पद पाते हैं और खूब धनवान भी बनते हैं. रविवार का दिन सूर्य को समर्पित है इसलिए सूर्य देव की कृपा पाने के लिए इस दिन सूर्य की पूजा-अर्चना, उपाय करना सबसे ज्यादा लाभ देता है.
संकट होते हैं दूर
सूर्य का मजबूत होना कई तरह के लाभ देता है, वहीं सूर्य का कमजोर होना जीवन में कई तरह के कष्ट देता है. ऐसे में इन मुसीबतों-संकटों से निजात पाने के लिए सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें. ऐसा करने से बड़ी से बड़ी अशुभ घटनाओं से बचाव हो सकता है. साथ ही रोगों से निजात मिलती है.
सूर्य को प्रसन्न करने के रविवार के उपाय
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार का दिन विशेष होता है. सूर्य की आराधन करना बहुत लाभ देता है. इसके लिए संभव हो तो रोज ही सूर्य को अर्घ्य चढ़ाएं. वरना कम से कम हर रविवार को तांबे के लोटे से सूर्य को जरूर जल चढ़ाएं. जल में एक चुटकी रोली मिला लें. साथ ही इस दौरान सूर्य मंत्र का जाप करें.
नौकरी में तरक्की पाने का उपाय: हर रविवार को सूर्य देव को रोली मिश्रित अर्घ्य चढ़ाएं और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें. गुड़ का दान करें.
जीवन की मुसीबतें दूर करने का उपाय: कुंडली में कमजोर सूर्य ही नहीं बल्कि शनि, राहु-केतु के कारण भी जीवन में समस्याएं हों तो उसे रोज सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से रुकावटें दूर होंगी और तरक्की के रास्ते खुलेंगे.
धन और उच्च पद पाने का उपाय: धन और ऊंचा पद पाने के लिए सूर्य को प्रसन्न करें. इसके लिए हर रविवार को सूर्य देव की विशेष पूजा करें. रविवार की सुबह जल्दी स्नान करके सूर्योदय से लेकर 9 बजे के बीच सूर्य को जल चढ़ाएं. फिर सूर्य देव की पूजा करें. उन्हें लाल फूल, लाल चंदन, चावल आदि अर्पित करें. गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं. अपने माथे पर लाल चंदन का तिलक लगाएं. पूरे भक्ति-भाव से सूर्य के मंत्रों का जाप करें. आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)