Astro/Religion top 5 News: मां शक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि आने में कुछ ही दिन बचे हैं.हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का व्रत रखा जाता है. यह तिथि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद आती है. राधाष्टमी के दिन राधा रानी का जन्म हुआ था. इस दिन विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है. इस साल राधा अष्टमी का पर्व 4 सितंबर को रविवार के दिन मनाया जाएगा. वहीं, क्या कहते हैं आपके आज के सितारे, जिनके बारे में जानना जरूरी है.


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1. Navaratri 2022: इस दिन से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, ऐसे करें घटस्थापना से लेकर मां की पूजा


भक्ति, श्रद्धा और आस्था का पर्व नवरात्रि है. ये त्योहार मां शक्ति को समर्पित होता है. इस दौरान 9 दिनों तक मां शक्ति के 9 नौ रूपों की पूजा की जाती है. साल में नवरात्रि चार बार आती है. पहली चेत्र और दूसरी शारदीय नवरात्रि. इसके अलावा 2 गुप्त नवरात्रि होती है, लेकिन चेत्र और शारदीय नवरात्रि का ही अधिक महत्व है. शारदीय नवरात्रि शुरू होने के कुछ ही दिन बाकी हैं. यह नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है.


2. Ganpati Visarjan: बप्पा को श्रद्धा, आस्था और विश्वास के साथ करते हैं स्थापित, जानें क्यों करते हैं 10 दिन बाद विसर्जित?


जिन गणपति को हम श्रद्धा, आस्था, विश्वास और प्यार के साथ स्थापित करते हैं, उनका विसर्जन भी गणेश उत्सव का एक अभिन्न अंग है, जिसके बिना गणेश उत्सव पूर्ण नहीं होता. भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है और 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी को उसी गणेश प्रतिमा के विसर्जन के साथ इस गणेश उत्सव का समापन होता है. लगभग हर  व्यक्ति यह तो जानता है कि गणेश चतुर्थी को स्थापित की जाने वाली गणपति प्रतिमा को ग्यारहवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन किसी बहती नदी, तालाब या समुद्र में विसर्जित भी किया जाता है, लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि आखिर गणपति विसर्जन क्‍यों किया जाता है. इस लेख में पढ़िए विसर्जन क्यों आवश्यक है.


3. Naamkaran: बच्चे का रखने जा रहे हैं नाम तो भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भाग्य पर पड़ेगा असर


किसी भी इंसान के लिए जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 संस्कार बनाए गए हैं. मान्यता है कि इंसान को अपने जीवनकाल में इन 16 संस्कारों को पूरा करना चाहिए. बच्चे के जन्म के साथ ही घर में खुशियों का आगमन होता है. नन्हें बच्चे की किलकारी बरबस ही सबकी चेहरे पर मुस्कान ले आती है. बच्चे के जन्म के साथ ही लोगों में उसका नाम रखने को लेकर हड़बड़ी रहती है. हिंदू धर्म में बच्चे के जन्म के बाद नाम रखने के लिए नामकरण संस्कार का आयोजन किया जाता है. इसको 16 संस्कारों में पांचवा स्थान दिया गया है. नाम किसी भी इंसान के लिए काफी विशेष होता है. ऐसे में जल्दबाजी में नहीं, बहुत सोच-समझकर नाम रखना चाहिए. ऐसे में कुछ ऐसी बातें हैं, जिनका नामकरण संस्कार के दौरान ध्यान रखना बेहद जरूरी है.


4. Horoscope Today: तुला राशि के करियर में स्थितियां फेवर में हैं, करें खूब काम; जानें अपना राशिफल


रविवार को कन्या राशि के टारगेट बेस्ड कार्य करने वालों पर टारगेट पूरा करने के लिए दबाव रहेगा. वहीं, मीन राशि के लोगों के परिवार में विवाह योग्य युवाओं के रिश्ते की चिंता दूर होने वाली है, उनका रिश्ता पक्का होगा.


5. Vastu Tips: महिलाएं सुबह नहाने के बाद ही करें ये काम, वरना मां लक्ष्मी का नहीं रहेगा वास


 बेहतरीन जिंदगी की चाहत किसको नहीं होती है. हर कोई चाहता है कि उसकी जिंदगी ऐशोआराम से कट सके. लाइफ में किसी चीज की कमी न रहे. इसके लिए इंसान मेहनत से लेकर कई तरह के उपाय और पूजा-अर्चना भी करता है. हालांकि, इस दौरान इंसान से जाने-अनजाने में कई गलतियां हो जाती हैं, जिस वजह से उसको मेहनत और उपायों का फल नहीं मिल पाता. ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर इस तरह की गलतियों से बचा जा सकता है. इनमें से एक महिलाओं द्वारा सुबह किया जाने वाला स्नान है. वर्तमान जिंदगी में महिलाएं बिना नहाए कई तरह के काम कर लेती है, लेकिन कुछ ऐसे काम हैं, जिनको बिना नहाए नहीं करना चाहिए.


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