Vastu Tips For Depression: जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं, जब इंसान निराशा से भर जाता है. उसका किसी काम में मन नहीं लगता और बिस्तर पर पड़े-पड़े सुबह से शाम और फिर रात कब हो जाती है, मालूम ही नहीं चलता. ऐसा करते-करते व्यक्ति डिप्रेशन तक में चला जाता है. उसके अंदर बार-बार विवेकहीन काम करने तक की इच्छा जाग उठती है. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो वास्तु शास्त्र के टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं.


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वास्तु शास्त्र बहुत पुराना विज्ञान है. इसमें घर से लेकर नौकरी, व्यापार, छात्रों और अन्य बातों के छोटे-छोटे लेकिन बेहद कारगर टिप्स बताए गए हैं. जिन लोगों को सुस्ती, आलस और डिप्रेशन महसूस होता है. भूख कम लगती है और सांस की समस्या हो तो उन्हें नारंगी रंग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए. 


ये टिप्स भी हैं कारगर


कई लोग मानते हैं कि मनी प्लांट लगाने से घर में सुख-शांति आती है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, अगर कुंडली में बुध अच्छा नहीं है तो मनी प्लांट लगाने से घर की बहनें और बेटियां संघर्षपूर्ण जीवन बिताती हैं और उनको काफी कष्ट झेलना पड़ता है.


ऐसे लोग पाते हैं चंद्रमा से सुख


अगर कुंडली के तीसरे भाव में चंद्रमा हो तो ऐसा जातक पारिवारिक और सामाजिक रूप से आस्तिक, तपस्वी और मृदुभाषी होता है. तीसरे भाव को पराक्रम भाव भी कहा गया है. ऐसा व्यक्ति जिज्ञासु होता है. उसकी रुचि और शौक में परिवर्तन होता रहता है. वह सबसे प्यार करता है और मिलजुल कर रहता है.लेकिन ये एक्सप्रेस करने में अच्छे नहीं होते और अपनी बात भी ठीक तरह से रख नहीं पाते. 


सफलता का सूर्योदय से कनेक्शन?


 जिनका जन्म सूर्योदय के वक्त हुआ है, क्या उनको सफलता ज्यादा मिलती है? एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सूर्योदय से सिर्फ सूर्य की स्थिति का पता चलता है. सूर्य के साथ अन्य ग्रहों की स्थिति भी पता होनी जरूरी है. सूर्योदय के वक्त सूर्य कुंडली के पहले भाव यानी लग्न में आसीन होता है. ऐसे लोगों को श्रेय थोड़ी देर से मिलता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)