Tulsi Puja Mantra: सनातन धर्म में तुलसी को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. इसको काफी पवित्र पौधा माना गया है. अधिकतर लोग घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए तुलसी का पौधा लगाते हैं और उसकी पूजा करते हैं. इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है, इसलिए तुलसी भगवान विष्णु को भी अति प्रिय है. बिना इसकी पत्तियों के विष्णु भगवान को भोग नहीं लगाया जाता है. लोग घर में खुशहाली और आर्थिक तंगी दूर करने के लिए रोजाना इसकी पूजा करते हैं और जल अर्पित करते हैं. हालांकि, तुलसी को जल चढ़ाते समय कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए. इसके बिना पूजा स्वीकार नहीं मानी जाती है. 


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रविवार के दिन न तोड़ें पत्तियां


तुलसी को रोजाना पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं. सुबह रोज स्नान करने के बाद ही तुलसी की पूजा की जानी चाहिए. सूर्योदय के बाद ही इस पौधे में जल चढ़ाना सही माना गया है. तुलसी के पौधे की पत्तियों को कभी भी रविवार के दिन नहीं तोड़ना चाहिए. इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी नाराज होती हैं.


जल करें अर्पित


ऐसी मान्यता है कि ग्रहों की दशा और दिशा को सही करने के लिए भी रोजाना तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए. हालांकि, जल चढ़ाते समय अगर तुलसी मंत्र का जाप किया जाए तो काफी शुभ और फलदायी माना जाता है. इसके बाद ही पूजा स्वीकार होती है.


तुलसी पूजा मंत्र 


महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते


तुलसी में जल चढ़ाते समय अगर इस मंत्र का जाप किया जाए तो पूजा भी स्वीकार होती है और मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसन्न होकर आशीर्वाद देकर अपनी कृपा बरसाते हैं. इस मंत्र के प्रभाव घर में खुशहाली का आगमन होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)