Do not do this Work after Dinner: पहले संयुक्त परिवारों का चलन था और वहां पर समय से भोजन करने के बाद रात में बच्चे बाबा-दादी के पास जाते थे. वह नैतिक शिक्षा से जुड़ी हुई रामायण और महाभारत की कहानियां सुना कर उन्हें शिक्षित और संस्कारित करने का काम करते थे. अब व्यस्तता भरी और एकाकी परिवार प्रणाली में सब कुछ गायब हो गया और उसके स्थान पर आई लेटेस्ट मॉड्युलर लाइफ स्टाइल, जिसमें युवा दंपती ने अपने ही तरीके से पुराने वैज्ञानिक नियमों को अपनी सुविधा के अनुसार बदल लिया, जिसके दुष्परिणाम के रूप गिरता स्वास्थ्य, गृह कलह आदि के रूप में सामने आ रहा है. 


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रात को भोजन के बाद रसोई करें साफ 


बिजी और आधुनिक लाइफ स्टाइल में अक्सर देखा जाता है कि युवा दंपती बहुत देर से रात का भोजन करते हैं. भोजन करते करते काफी रात होने के बाद सोने की जल्दी होती है, क्योंकि सुबह उठ कर बच्चे को स्कूल के लिए तैयार करना और खुद भी ऑफिस जाने की चिंता रहती है. बस इसी आपाधापी में वह किचन को गंदा छोड़ कर सो जाते हैं. ऐसा कभी नहीं करना चाहिए. रात में कितनी भी देर हो जाए किचन को साफ करने के बाद ही सोना चाहिए.


किचन में न छोड़ें जूठे बर्तन 


खाना खाने के बाद अक्सर लोग रात में किचन के सिंक में ही जूठे बर्तन छोड़ देते हैं, ऐसा कभी नहीं करना चाहिए. अगर मेड सुबह बर्तन धोने आती है तो जिस स्थान पर बर्तन धोए जाते हैं, वहां पर उन्हें रख दें और उनमें पानी डाल दें. बर्तन हटाने के बाद जिस प्लेटफार्म पर गैस चूल्हा रखा जाता है. उसे और गैस चूल्हे को ठीक से साफ करने के बाद ही वहां से हटें. जो लोग भी ऐसा करते हैं, उनके घरों में कभी भी आर्थिक संकट नहीं रहता है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.


मां अन्नपूर्णा को प्रणाम कर ही जलाएं गैस-चूल्हा 


दिन में पहली बार जब भी नाश्ता या खाना बनाने के लिए गैस चूल्हा जलाया जाए, पहले मन ही मन हाथ जोड़कर मां अन्नपूर्णा को प्रणाम करते हुए उनसे आशीर्वाद की कामना करें. ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और किचन का भंडार कभी खाली नहीं रहता है. ऐसा करने से आपका बनाया भोजन स्वादिष्ट और सुपाच्य भी होगा.


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