Kneading Dough Tips in Hindi: भारत के तकरीबन हर हिस्‍से में रोटी खाई जाती है या यूं कह सकते हैं कि रोटी भारतीय भोजन का महत्‍वपूर्ण अंग है. ह घर में रोटी पकाई जाती है और इसके लिए रोज आटा गूंथा जाता है. लेकिन ये बात कम ही लोग जानते हैं कि आटा गूंथते समय की गईं कुछ गलतियां बहुत भारी पड़ सकती हैं. वास्‍तु शास्‍त्र और ज्‍योतिष शास्‍त्र में आटा गूंथने संबंधी कुछ नियम बताए गए हैं. यदि इन नियमों का पालन किया जाए तो बहुत लाभ होता है, वरना ये पूरे परिवार के लिए बड़ी समस्‍या का कारण बन सकते हैं. 


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आटा गूंथते समय न करें ये गलतियां 


- कभी भी आटा बहुत ज्‍यादा देर पहले से गूंथकर नहीं रखें. ना ही बचे हुए आटे को फ्रिज में रखकर बाद में इस्‍तेमाल करें. बासी आटे का इस्‍तेमाल करना कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का कारण बनता है. वहीं ज्‍योतिष के अनुसार फ्रिज में रखा बासी आटा घर में गरीबी लाता है. इसके अलावा फ्रिज में रखा बासी आटा घर में नकारात्‍मकता भी लाता है. 


- आटा गूंथते समय ध्‍यान रखें कि कभी भी आटा गूंथने के बाद आटे का गोला बनाएं तो उसमें अपनी उंगलियों से निशान जरूर बना दें. देखा होगा कि महिलाएं आटे में अपनी उंगलियों से निशान बना देती हैं, इसके पीछे एक बड़ा और महत्‍वपूर्ण कारण है. आटे का गोला पूर्वजों को पिंडदान करते समय उपयोग किया जाता है. यदि आटे में इस तरह उंगलियों के निशान न बनाए जाएं और इस एकदम गोल आटे से बनी रोटियां खाई जाएं तो इससे पितृ दोष पैदा होता है. जो परिवार की तरक्‍की, वंश वृद्धि, खुशियां, धन की आवक में रुकावट डालता है. 


- इसके अलावा हमेशा ध्‍यान रखें कि भोजन पकाने का काम स्‍नान करने के बाद ही करें. यानी कि आटा भी स्‍नान करने के बाद ही गूंथे और इसके लिए पानी तांबे के लोटे या बर्तन में लें. इसके बाद भगवान को भोग लगाएं और गाय के लिए भी रोटी निकालें ऐसा करने से घर में बरकत रहती है और सभी की सेहत अच्‍छी रहती है. साथ ही आटा गूंथने के बाद बचे हुए पानी को पेड़-पौधों में डाल दें या किसी अन्‍य काम में उपयोग कर लें, उसे फेंक कर बर्बाद न करें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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