Office Vastu Sitting Position: ऑफिस में दक्षिण-पूर्व की दिशा बैठने के लिहाज से अच्छी नहीं माना जाती है. यहां बैठने वाला कभी उन्नति नहीं कर पाते हैं. इनके हाथों सदैव असफलता ही असफलता लगती है. मेहनत करने के बाद भी वे घाटे में रहते हैं. इस दिशा के ऑफिस में बैठने वाले व्यक्ति अदालती मुकदमे, आग, दुर्घटना, चोरी, अपहरण समस्याओं से ग्रस्त रहते हैं, इसलिए कभी भी ऑफिस में दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर नहीं बैठना चाहिए.


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यदि ऑफिस की व्यवस्था दक्षिण पूर्व-दिशा के बेसमेंट में होती है, तब तो व्यक्ति को और भी अधिक मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. दक्षिण, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम एवं बीच के स्थान पर बने बेसमेंट ऑफिस के लिए शुभ नहीं होते हैं. यहां बने ऑफिस घाटा देकर एक न एक दिन बंद हो जाते हैं. वास्तु की दृष्टि से देखा जाए तो बेसमेंट में ऑफिस होना ही नहीं चाहिए. ऑफिस तो हमेशा ऊंचे फर्श पर ही फलीभूत होता है. ऑफिस में बैठने की दिशा तो ऐसी ही होनी चाहिए कि मुख उत्तर या पूर्व की ओर रहे. इससे आमदनी के साधन बनते हैं.


पीठ की ओर खिड़की 


ऑफिस में मालिक के बैठने के स्थान पर पीठ के पीछे और कंधे की तरफ खिड़की होना ठीक नहीं होता है, फैक्ट्री में मालिक कितनी भी मेहनत कर ले, कर्मचारी भी पूरे परिश्रम से काम करें, तब भी फैक्ट्री की तरक्की नहीं हो पाती है और वह धीरे-धीरे तबाही की ओर चले जाते हैं, यदि ऐसी स्थिति में ही ऑफिस रखना मजबूरी है तो फिर वहां का वास्तु दोष ठीक करा देना चाहिए. पीठ के पीछे और कंधे की तरफ की खिड़कियों को बंद करा देना चाहिए. ऐसा करते ही उस ऑफिस का वास्तुदोष दूर हो जाएगा और कामकाज चमत्कारी परिणाम देते हुए अपनी गति पर जाने लगेगा.  सिर पर जाल, पीठ के पीछे और कंधे पर खिड़की या दरवाजा अथवा रोशनदान नुकसान ही देता है. यह वास्तुदोष व्यक्ति की नौकरी तक छुड़वा देता है, ऑफिस बंद करवा देता है. धनाभाव से ऊबकर व्यक्ति अपना सबकुछ बेचकर कंगाल हो जाता है, इसलिए यदि ऑफिस में इस तरह का वास्तुदोष हो तो उसे तुरंत ही ठीक करा लेना चाहिए.



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