Vish Yog In Kundali 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद कुछ योग व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं, जिससे व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. आज 15 अप्रैल शनिवार के दिन शनि और चंद्रमा का खास योग विष योग बना रहा है, जो कि कई राशि के जातकों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा. कुंभ राशि में चंद्रमा और शनि की युति विष योग बना रही है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दौरान करीब ढाई महीने के लिए इन तीन राशियों के लिए ये योग समस्साएं उत्पन्न करने वाला है. चंद्रमा और शनि की चाल एक जैसी होती है. चंद्रमा किसी भी राशि में ढाई दिन तो शनि ढाई साल तक रहते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कुंडली में विष योग को के दुष्प्रभावों के लि व्यक्ति को किन उपायों को करना चाहिए. इससे आपको जल्द ही मुक्ति मिल जाएगी.  


कुंडली में इस तरह बनता है विष योग


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में किसी भी योग का निर्माण ग्रह-नक्षत्रों की चाल से होता है. कर्क राशि में शनि पुष्य नक्षत्र में होते हैं और चंद्रमा मकर राशि में श्रवण नक्षत्र में होते हैं. साथ ही चंद्र और शनि के विपरीत स्थिति में होने पर दोनों अपने-अपने भाव से एक दूसरे को देखते हैं तो विष योग का निर्माण होता है.


विष योग का व्यक्ति का पर प्रभाव


अगर किसी जातक की कुंडली में विष योग है, तो व्यक्ति को किसी भी क्षेत्र में भाग्य का साथ नहीं मिलता. इस कारण इन्हें कई बार कारोबार में बदलाव करना पड़ता है. विष योग व्यक्ति को बनते काम बिगाड़ देता है. इन्हें शारीरिक और मानसिक परेशनियों से जूझना पड़ता है.ये लोग डिप्रेशन के शिकार होते हैं. इन्हें मृत्यु, डर, दुख, रोग, गरीबी, आलस, कर्ज आदि झेलना पड़ता है.   


विष योग से बचने के लिए महाउपाय


1. कुंडली में मौजूद विष योग के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए शनिवार के दिन सरसों के तेल में काली उड़द और काला तिल डालकर दीपक जलाएं. इससे जल्द लाभ होगा.


2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर शनिवार और मंगलवार हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से विष योग के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं.


3. नियमित रूप से शनिवार के दिन कुंए में दूध अर्पित करें. इस उपाय को करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होता है.


4. एक नारियल लेकर इसे अपने ऊपर से सात पर वार लें. ऐसा पीपल के पेड़ के नीचे खड़े होकर करता है. इसके बाद नारियल को लोगों में प्रसाद के रूप में बांट दें. इस उपायों को करने से व्यक्ति को विष योग से मुक्ति मिलती है.  


5. हर सोमवार भगवान शिव का रुद्राभिषेककरने से भी व्यक्ति को विष योग से मुक्ति मिलती है.


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)