High Beam Light Using Rules: रात के समय ड्राइविंग के दौरान हादसे की संभावना काफी बढ़ जाती है. खासकर सर्दियों के मौसम में कोहरा होने के चलते भीषण सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. ऐसे में अगर आप ड्राइविंग से जुड़े कुछ नियमों (Car Driving Rules) का पालन करेंगे, तो हादसे को टाला जा सकता है. ऐसा ही एक नियम हमारी गाड़ी की हेड लाइट (Car Headlight) से जुड़ा है. हमारी कारों में हाई बीम और लो-बीम दो प्रकार की लाइट जलाने की सुविधा होती है. अक्सर लोग गाड़ी में हाई बीम लाइट्स (High Beam Lights) को ऑन करके रखते हैं, जो नियम के खिलाफ है. आइए जानते हैं कि मोटर व्हीकल रेगुलेशन 2017 के मुताबिक हाई बीम लाइट्स का इस्तेमाल कैसे गलत है और कब इनका इस्तेमाल किया जा सकता है.


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ड्राइविंग के दौरान होती है मुश्किल
दरअसल, हैंडलाइट के High beam पर होने से ड्राइवर को साफ नजर आता है, लेकिन सामने आ रहे वाहनों को मुश्किल होती है. आपने भी अक्सर महसूस किया होगा कि सामने से आते वाहनों की तेज लाइट आपकी आंखों पर पड़ती होगी. ऐसा हाई बीम के चलते ही होता है. 


जानें High beam से जुड़े नियम
1. अगर आप किसी ऐसी सड़क पर सफर कर रहे हैं जहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था है, वहां हाई बीम लाइट्स का इस्तेमाल गलत है. आप हाई बीम लाइट का इस्तेमाल लंबे समय तक नहीं कर सकते.


2. अगर आप हाई बीम लाइट्स का इस्तेमाल कर भी रहे हैं तो अगर आपके सामने से कोई दूसरा वाहन आ रहा है तो आपको इन लाइट्स को लो बीम पर करना होगा. ऐसा ना करने से हादसे की संभावना बढ़ जाती है.


3. गाड़ियों में दिए गए फॉग लैंप के इस्तेमाल पर भी नियम मौजूद है. इसके मुताबिक, आपको अपनी गाड़ी की फॉगलाइट तभी इस्तेमाल करनी चाहिए जब सड़क पर विजिबिलिटी कम हो, जैसे कि धुंध, कोहरे या खराब मौसम की स्थिति में.


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