Accident While Test Driving: जब भी हम नई कार खरीदने का मन बनाते हैं तो कार के फीचर्स के बारे में जानना जरूरी होता है ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो. कार के बारे में जानने के लिए खूब रीसर्च भी की जाती है. इसके बाद जब हम लोग डीलर से कॉन्टैक्ट करते हैं तो वह हमें कार की टेस्ट ड्राइव लेने की सुविधा देता है ताकि कार के बारे में अच्छे से समझ सकें. कार की टेस्ट ड्राइव तो डीलर द्वारा फ्री में ऑफर की जाती है लेकिन टेस्ट ड्राइव नॉर्मल रोड पर ही की जाती है इसलिए अन्य वाहनों की तरह ही उसका भी एक्सीडेंट हो सकता है. यह एक सामान्य बात है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि अगर टेस्ट ड्राइव लेते समय कार का एक्सीडेंट हो जाए तो उसकी भरपाई किसको करनी पड़ती है? किसको उसकी मरम्मत के पैसे भरने पड़ते हैं? आइए आपको इन्हीं सवालों का जवाब देते हैं. 


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कस्टमर को नहीं देने होते पैसे
टेस्ट ड्राइव लेते समय कार का एक्सीडेंट हो जाना एक अप्रिय घटना है. क्योंकि जब आप कार की टेस्ट ड्राइव लेते हैं तब आपने कार खरीदी नहीं होती है इसलिए आपके पास कार का इंश्योरेंस नहीं होता है. इसलिए इस स्थिति में यह जानना जरूरी है कि कार में हुए नुकसान की भरपाई किसको करनी होगी. टेस्ट ड्राइव करते समय आपकी गलती या किसी अन्य व्यक्ति की गलती की वजह से एक्सीडेंट हो सकता है. आपको बता दें कि अगर टेस्ट ड्राइव लेते समय अगर कार का एक्सीडेंट होता है या उसमें कोई डैमेज होता है तो उसके पैसे कस्टमर को नहीं देने होते हैं. ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर कस्टमर पैसे नहीं देता तो भरपाई किसको करनी पड़ती है. 


कस्टमर नहीं तो कौन देता है पैसे? 
टेस्ट ड्राइव के दौरान अगर कार का एक्सीडेंट होता है तो उसकी भरपाई कंपनी करती है. कार में जो भी डैमेज होगा उसकी मरम्मत का खर्च कंपनी देती है. कस्टमर को किसी भी तरह का कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है. कंपनी कार में डैमेज की भरपाई एक थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस से करती है. इसलिए कंपनी की जेब से कोई पैसा खर्च नहीं होता. हालांकि, टेस्ट ड्राइव उन्हीं लोगों को दी जाती है जिनके पास लाइसेंस होता है. लेकिन, लाइसेंस होने के बावजूद भी लोगों से एक्सीडेंट हो सकता है. भले ही आपको टेस्ट ड्राइव के दौरान हुए एक्सीडेंट की भरपाई न करनी पड़े, फिर भी आपको सेफ ड्राइविंग करनी चाहिए.