When to Change Tyre: गाड़ी चलाना तो बहुत लोगों को पसंद है. लेकिन चलते समय आपकी कार धोखा न दे, इसके लिए जरूरी है गाड़ी की केयर करना. समय के साथ गाड़ी के कई पार्ट्स को बदलने की जरूरत पड़ती है. कार के टायर भी उनमें से एक हैं. हर गाड़ी के टायर की एक सीमा होती है, जिसके बाद अगर उन्हें न बदला जाए तो आप कार ही नहीं, खुद ही सेफ्टी से भी खिलवाड़ कर रहे हैं. कार का टायर की उम्र आमतौर पर उसके इस्तेमाल पर निर्भर करती है, हालांकि कुछ संकेत हैं जिनके जरिए आप जान सकते हैं कि गाड़ी का टायर अभी बदलना है या नहीं.


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कब बदलें गाड़ी का टायर
कार के टायर की एक औसत उम्र की बात करें तो 30 हजार से 50 हजार किलोमीटर के बाद हमें गाड़ी का टायर बदल लेना चाहिए. हालांकि आप टायर में दिए गए एक इंडीकेटर के जरिए भी सही समय का पता लगा सकते हैं. आपने देखा होगा कि टायर समतल नहीं होता, इसमें कुछ खांचे बने होते हैं. 



इन खांचों के बीच एक ट्रेड वियर इंडिकेटर (Tread wear indicator) या TWI होता है. नए टायर में इसकी गहराई 8 मिलीमीटर होती है और 80% घिसाव के बाद 1.6mm रह जाती है. जब सड़क के सम्पर्क में रहने वाला पार्ट घिसकर इस इंडिकेटर को छूने लगे तो समझ जाईये टायर बदलने का समय आ गया है. 


इसके अलावा अगर टायर में टूट-फूट हो चुकी है तो उस स्थिति में भी आपको टायर बदल लेना चाहिए. साथ ही अगर टायर में आधा सेंटीमीटर से ज्यादा का छेद हो जाए तो टायर बदल देना चाहिए. 


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