Petrol, Diesel, Electric Cars Running Cost: पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कारों को चलाने की लागत अलग-अलग होती है. पेट्रोल की कीमत डीजल की तुलना में कम होती है और इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल या डीजल से चलने वाली कारों के मुकाबले कम खर्च पर चलती हैं लेकिन उनसे (पेट्रोल या डीजल कारों से) महंगी होती हैं.


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ऐसे में चलिए समझते हैं कि किसी व्यक्ति के लिए इन तीनों में कारों कौनसी कार चलाना किफायती रहेगी. इसे समझने के लिए टाटा नेक्सन का उदाहरण लेते हैं. इसके उदाहरण से समझना आसान होगा क्योंकि यह पेट्रोल, डीजल और ईवी, तीनों वर्जन में उपलब्ध है. 


माइलेज कॉस्ट
अगर कोई हर रोज 50 किलोमीटर कार चलाता है, तो महीने में 1,500 किलोमीटर और एक साल में 18,000 किलोमीटर की रनिंग होगी. इसे टाटा नेक्सन के संदर्भ में रखकर देखते हैं.


टाटा नेक्सन (पेट्रोल)- दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 97 रुपये प्रति लीटर है. नेक्सन पेट्रोल का माइलेज 17.33 किमी प्रति लीटर (दावा) है. ऐसे में इसे चलाने का खर्च 5.6 रुपये प्रति किलोमीटर होगा और 1 साल में 1,00,800 रुपये खर्च होंगे.


टाटा नेक्सन (डीजल)- दिल्ली में डीजल की कीमत 90 रुपये है. नेक्सन डीजल का माइलेज 23.22 किलोमीटर प्रति लीटर (दावा) है. ऐसे में इसे चलाने का खर्च 3.9 रुपये (प्रति किलोमीटर) होगा और एक साल में 70,200 रुपये का खर्च आएगा.


टाटा नेक्सन (ईवी)- अगर बिजली को 8 रुपये यूनिट की दर पर मानें तो नेक्सन ईवी के बेस वेरिएंट को घरेलू चार्जर से चार्ज करने में लगभग 250 रुपये का खर्चा आएगा. नेक्सन ईवी 312km/Charge रेंज ऑफर करती है. ऐसे में 80 पैसे प्रति किलोमीटर की लागत होगा. यानी, एक साल में 14,400 रुपये का खर्च आएगा.


अगर ऊपर दी गई कैलकुलेशन के हिसाब से देखें तो इलेक्ट्रिक कार मालिक को एक साल में पेट्रोल कार के मुकाबले लगभग 86,400 रुपये और डीजल कार के मुकाबले लगभग 56 रुपये की बचत होगी.


शुरुआती कीमत 
पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक कारों में पेट्रोल कारें सबसे सस्ती होती हैं, डीजल कारें इनसे महंगी होती हैं और इलेक्ट्रिक कारें इन दोनों (पेट्रोल और डीजल) से महंगी होती हैं, जैसे- टाटा नेक्सन (पेट्रोल) की कीमत 7.79 लाख रुपये, टाटा नेक्सन (डीजल) की कीमत 9.99 लाख रुपये और टाटा नेक्सन (ईवी) की कीमत 14.49 लाख रुपये (एक्स शोरूम) से शुरू है.


यानी, पेट्रोल की तुलना में ईवी 6.50 लाख रुपये अधिक महंगी है और डीजल वर्जन की तुलना में ईवी की कीमत लगभग 4 लाख रुपये अधिक है. ऐसे में ईवी ओनर को ब्रेक ईवन होने में पेट्रोल कार के मुकाबले 7.5 साल और डीजल कार के मुकाबले लगभग 7 साल का समय लगेगा. 


अब अगर आपने उससे पहले ईवी बेच दी तो आपको उसे चलाने का खुल खर्च पेट्रोल और डीजल कारों से ज्यादा पड़ेगा. यहां यह भी ध्यान रखना है कि ईवी की बैटरी पर 8 साल की वारंटी मिलती है और अगर उसके बाद इसे बदलना पड़ा तो यह बड़ा खर्चा होगा. इसकी लागत लाखों रुपयों में हो सकती है.


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