Tesla Cars in India: दुनिया की दिग्गज इलेक्ट्रिक कार निर्माता Tesla की जल्द ही भारत में एंट्री हो सकती है. कंपनी ने आधिकारिक तौर पर भारत में 'जल्द से जल्द' निवेश की इच्छा जाहिर की है. मंगलवार को, टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क (Elon Musk) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की, जिसके दौरान मस्क ने भारत में अपना बिजनेस स्थापित करने को लेकर बातचीत की है. भारत की तरफ से लगातार कहा जा रहा था कि अगर टेस्ला को भारतीय बाजार में एंट्री करनी है तो उन्हें देश में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करना होगा, जबकि टेस्ला की डिमांड इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की थी. ऐसे में मीटिंग के बाद टेस्ला सीईओ का ताजा बयान काफी महत्वपूर्ण है. आइए जानते हैं मीटिंग में क्या बातचीत हुई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क से विशेष रूप से यह सवाल पूछा गया था कि क्या न्यूयॉर्क में पीएम मोदी के साथ मुलाकात के बाद अमेरिका स्थित ईवी निर्माता भारत में अपने उत्पादों को लॉन्च करेगी. रॉयटर्स के हवाले से सूत्रों के मुताबिक, मस्क ने मोदी को टेस्ला की भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की योजना के बारे में जानकारी दी. इससे पहले, जब टेस्ला के अधिकारियों की टीम ने पिछले महीने नई दिल्ली में भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की, तो कथित तौर पर इसी तरह का प्रस्ताव पेश किया गया था.



अगले साल भारत आएंगे Musk
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि वह मोदी के फैन हैं और अगले साल भारत की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं. मस्क ने कहा कि सौर ऊर्जा निवेश के लिए यह देश बेहतरीन है. उन्होंने कहा, मैं भारत के भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हूं. मुझे लगता है कि विश्व के अन्य देशों के मुकाबले भारत के पास सबसे अधिक संभावनाएं हैं.


यह पूछे जाने पर कि क्या टेस्ला भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी, मस्क ने कहा, मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में होगी और मानवीय रूप से जल्द से जल्द ऐसा करेगी. मस्क ने कहा, मैं प्रधानमंत्री को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में कुछ घोषणाएं करेंगे. इस साल अप्रैल में मस्क ने ट्विटर पर मोदी को फॉलो करना शुरू किया.


अभी तक क्यों नहीं बनी बात
मस्क और भारत सालों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और देश के 100 प्रतिशत आयात शुल्क पर असहमति के कारण गतिरोध बना हुआ है. सरकार ने ईवी निर्माता को स्थानीय खरीद में तेजी लाने और विस्तृत विनिर्माण योजनाओं को साझा करने के लिए कहा है, जबकि मस्क ने कम टैक्स रेट की मांग की है ताकि टेस्ला घरेलू बजट के प्रति सचेत बाजार में आयातित वाहनों को सस्ती कीमत पर बेचकर शुरुआत कर सके.