Automatic Car लेनी है? पहले जान लें इसके 3 फायदे, 3 नुकसान; फिर करें फैसला
Automatic Transmission: मैनुअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक कारों को इस्तेमाल करना आसान होता है. इसके लिए कम ड्राइवर इनपुट लगते हैं.
Automatic Transmission Cars: ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कार खरीदें या ना खरीदें, इस बात को लेकर बहुत से लोग कंफ्यूज रहते हैं. अगर आप भी इस कंफ्यूजन में हैं तो चलिए आपको बहुत कम शब्दों में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों के 3 फायदे और 3 नुकसान बताते हैं.
ऑटोमेटिक कारों के फायदे
आसान: मैनुअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक कारों को इस्तेमाल करना आसान होता है. इसके लिए कम ड्राइवर इनपुट लगते हैं. ड्राइवर को कार चलाने के लिए गियर बदलने नहीं पड़ते, यह काम कार खुद करती है.
स्मूथ गियर शिफ्टिंग: मैनुअल ट्रांसमिशन के मुकाबले ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन स्मूथ होता है, इसमें गियर ज्यादा स्मूथली शिफ्ट होते हैं. गियरशिफ्ट होने पर ज्यादा जर्क महसूस नहीं होता है.
सेफ्टी: क्योंकि ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में ड्राइवर को गियर शिफ्ट करने पर ध्यान नहीं देना होता इसीलिए वह दोनों हाथों को लगातार स्टीयरिंग व्हील पर रखकर पूरा ध्यान सड़क और ड्राइविंग पर दे पाते हैं.
ऑटोमेटिक कारों के नुकसान
कॉस्ट: आमतौर पर ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारें मैनुअल ट्रांसमिशन की तुलना में ज्यादा महंगी होती हैं. फिर, ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में खराबी आने पर उसे ठीक कराने या बदलवाने का खर्चा भी ज्यादा होता है.
कम कंट्रोल: ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन कारों में ड्राइवर का वाहन के एक्सीलेरेशन पर कम कंट्रोल रहता है क्योकि यहां कार खुद गियर शिफ्ट कर रही होती है, जो कुछ ड्राइविंग स्थितियों में परेशानी भरा हो सकता है.
कम परफॉर्मेंस: आमतौर पर ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन उतना बेहतर रिस्पॉन्स नहीं देते जितना मैनुअल ट्रांसमिशन देते हैं. हालांकि, अब टेक्नोलॉजी बढ़ रही है और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी काफी बेहतर होते जा रहे हैं.
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