Vehicles Will Run Entirely on Ethanol: भारत अब बदल नहीं रहा बल्कि विकास की राह में तेजी से दौड़ लगा रहा है. मोदी सरकार ने अब देश में पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों को हमेशा के लिए बाय-बाय करने का फैसला कर लिया है. इसके विकल्प के रूप में सीएनजी और इलेक्ट्रिक व्हीकल के बाद अब हाइड्रोजन और इथेनॉल से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि देश में जल्द ही ऐसे नए वाहन लॉन्च किए जाएंगे, जो पूरी तरह से इथेनॉल ईंधन से चलेंगे. 


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पेट्रोल-डीजल का आयात कम करने की कवायद


नागपुर में रविवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि भारत में परिवहन क्षेत्र की 80 प्रतिशत ऊर्जा जरूरत को पेट्रोल-डीजल के आयात से पूरा किया जा रहा है. इस पर हर साल सरकार को 16 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च करना पड़ रहा है. इसे कम करने के लिए सरकार की योजना इथेनॉल (Ethanol) से चलने वाली गाड़ियों को बढ़ावा देने की है. 


टोयोटा कंपनी लॉन्च करने जा रही ये शानदार कार


केंद्रीय परिवहन मंत्री (Nitin Gadkari) ने कहा कि अगस्त में टोयोटा कंपनी की कैमरी कार (Toyota Camry Car) लॉन्च होने वाली है. यह कार 100 फीसदी इथेनॉल ईंधन से चलेगी. इस कार से 40 फीसदी बिजली भी पैदा करेगी. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रोत्साहन के चलते अब वाहन उद्योग सेक्टर ऐसी गाड़ियां लॉन्च करने जा रहा है, जो पूरी तरह से इथेनॉल ईंधन (Ethanol) से चलेंगी. हीरो, टीवीएस और बजाज कंपनियां (Hero Scooters, TVS, Bajaj) भी अपने स्कूटर लॉन्च कर रही हैं, जो 100 फीसदी इथेनॉल से चलेंगे. 


'भारत को कॉर्बन से मुक्त होने की जरूरत'


उन्होंने कहा कि भारत के पास जैव ईंधन के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता है. भारतीय परिवहन उद्योग को जल्द ही कॉर्बन से मुक्त होने की जरूरत है. गडकरी ने कहा कि भारत में कारोबार कर रही विदेशी कंपनियां भी सरकार की सोच का ध्यान रखते हुए अपनी नीतियों में आवश्यक बदलाव कर रही हैं. मर्सिडीज बेंज (Mercedes Benz) कंपनी के चेयरमैन से हाल में हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मर्सिडीज भी अब भविष्य में केवल इलेक्ट्रिक व्हीकल ही बनाएगी. 


लोगों को प्रति लीटर 35 रुपये का होगा फायदा


ऑटो एक्सपर्टों के मुताबिक इथेनॉल का निर्माण गन्ने और मक्के जैसी फसलों से किया जाता है. यह पेट्रोल-डीजल की तुलना में सस्ता और प्रदूषण रहित है. गाड़ियों में डाले जाने वाले इथेनॉल फ्यूल (Ethanol) की कीमत 60-65 रुपये प्रति लीटर पड़ती है, जबकि पेट्रोल-डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर चल रही है. ऐसे में इथेनॉल से गाड़ी चलाने पर लोगों को 35 रुपये प्रति लीटर का फायदा होगा, साथ ही देश को विदेशी मुद्रा की बचत भी होगी.