Car Engine Temperature Warning Light: कार एक बड़ी मशीन है और अलग-अलग तरह के कॉम्पोनेंट्स से मिलकर बनी होती है. ऐसे में एक आम व्यक्ति के लिए कार को बहुत बारीकी से समझाना मुश्किल होता है. इसीलिए, कार की अंदरूनी परेशानियों के बारे में अलर्ट करने के उद्देश्य से अलग-अलग तरह की वार्निंग लाइट्स का इस्तेमाल किया जाता है. यह वार्निंग लाइट्स ड्राइवर डिस्प्ले पर दी जाती हैं. इनमें से एक इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट होती है. चलिए, इसके बारे में बताते हैं.


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इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट


कार के डैशबोर्ड में इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट थर्मामीटर जैसी दिखती है. कुछ कारों में इसकी जगह पर सिर्फ "TEMP" लिखा हुआ भी दिखता है. इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट तब जलती (प्रकाशित होना) है, कार के इंजन का टेंपरेचर, रिकमेंडेड मैक्सिमम टेंपरेचर से ज्यादा हो जाता है. दरअसल, इंजन के अंदर रिकमेंडेड लेवल से ज्यादा टेंपरेचर होने पर बड़ा नुकसान हो सकता है. यह कार में आग लगने का कारण भी बन सकता है और अगर आग लग गई तो उसे बुझाना मुश्किल होता है.


आमतौर पर इंजन के ज्यादा गर्म होने का सबसे आम कारण कूलिंग सिस्टम का फेल होना होता है. कभी-कभी कूलेंट लीक करने लगता है या फिर इंजन को ठंडा करने के लिए लगाए गए फैन चलना बंद कर देते हैं. इन स्थितियों में इंजन ज्यादा गर्म होने लगता है, जिसके बारे में इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट आपको अलर्ट करती है. 


कैसे करें बचाव?


कार के डैशबोर्ड में इंजन टेंपरेचर वार्निंग लाइट जलने का मतलब है कि इंजन का तापमान सामान्य से अधिक है. यह गंभीर समस्या है, जो इंजन को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में बचाव के लिए सबसे पहले कार को रोड के साइड में पार्क करके इंजन बंद कर दें. 


इसमें कोई देरी ना करें क्योंकि ज्यादा देर होने पर आग भी लग सकती है. इसके साथ ही मैकेनिक को कॉल करके सबसे पहले कार को चेक कराएं और उसके सुझाव पर ही कार को फिर से स्टार्ट करें.