नई दिल्ली : लोगों को बार-बार कॉल ड्रॉप की समस्या की वजह से आ रही परेशानियों के बीच दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के एक शीर्ष अधिकारी ने इस समस्या के लिए मोबाइल टावरों की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि मोबाइल टावरों के विकिरण प्रभाव के बारे में ‘भ्रम’ दूर करने की तत्काल जरूरत है।


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भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक व सीईओ (भारत व दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने बताया, ‘हमें मोबाइल टावरों के लिए स्पेक्ट्रम और स्थान दोनों की ही जरूरत है। अकेले दिल्ली के लुटियन्स इलाके में ही हमें 217 स्थानों की जरूरत है, लेकिन हमारे पास केवल 117 स्थान हैं। लोगों के बीच जागरूकता फैलाने और विकिरण के प्रभाव को लेकर भ्रम दूर करने की जरूरत है।’ 


विट्टल का बयान ऐसे समय में आया है जब पिछले दिनों दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कॉल ड्रॉप के मुद्दे पर सख्त बयान दिया। उन्होंने हाल ही में कहा कि लोगों को गुणवत्तपूर्ण सेवाएं मुहैया कराई जाएं और ग्राहकों को कॉल ड्रॉप जैसे मुद्दों का सामना न करना पड़े यह सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार आपरेटरों को ‘अतिरिक्त प्रयास’ करने की जरूरत है। विट्टल ने कहा कि भारती एयरटेल का हमेशा से ही अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम सेवाएं देने का प्रयास रहा है।