नई दिल्ली: इंटरनेट के जमाने में रेडियो का धीरे-धीरे पतन हो रहा है. हालांकि, FM रेडियो का बहुत प्रचलन है. लेकिन, AM रेडियो लगभग पूरी तरह मर चुका है. ऐसे में रेडियो के Golden Era के किंग ऑल इंडिया रेडियो (AIR) का सफर 31 सालों के बाद पूरी तरह थमने जा रहा है. सरकारी प्रसारणकर्ता प्रसार भारती ने इसे बंद करने का ऐलान किया है. इसके अलावा 5 शहरों में इसके ट्रेनिंग एकेडमी को भी बंद किए जाने का फैसला किया गया है.


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प्रसार भारती का कहना है कि लागत में कटौती के चलते यह फैसला लिया गया है. AIR से फायदा तो दूर चलाने का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है. FM रेडियो के चलन के बाद AM रेडियो के बहुत कम लिसनर्स रह गए हैं. माना जाता है कि 10 से 15 फीसदी लिसनर्स ही AM रेडियो को सुनते हैं. लिसनर्स नहीं होने की वजह से विज्ञापन नहीं मिल पाता है. कमाई का जरिया एकमात्र विज्ञापन ही है. 


ऑल इंडिया रेडियो को 1988 में हिंदी, उर्दू और इंग्लिश में लांच किया गया था. शुरू में इसे 12 घंटे (6.50PM to 6.50AM) रातभर बजने वाला रेडियो स्टेशन बनाया गया था. AIR ने इसके जरिए नाइट शिफ्ट काम करने वाले लोगों और छात्रों को टार्गेट किया था. 18 मई 1988 को हिंदी में इस चैनल को ऑन एयर किया गया था. AIR प्रजेंटरों ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि 80 और 90 के दशक में रेडियो पर काम करने का बहुत अलग और शानदार अनुभव रहा. छात्रों और रात में काम करने वाले लोगों के लिए अलग-अलग प्रोग्राम चलाए जाते थे. लिसनर्स चिट्ठी के जरिए अपनी बात हम तक पहुंचाते थे.