UPI Success: ड‍िजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के ल‍िए भारत सरकार की तरफ से शुरू क‍िये गए यूपीआई प‍िछले कुछ साल में तेजी से यूजर्स के बीच प्रचल‍ित हुआ है. सात समंदर पार भी यूपीआई का डंका बज रहा है. देश के अलावा सात अन्‍य देशों में यूपीआई जमकर यूज हो रहा है. गुरुवार को इसका एक और उदाहरण देखने को म‍िला, जब जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने कहा कि वह डिजिटल पेमेंट सेक्‍टर में भारत की तकनीकी प्रगत‍ि का फायदा उठाकर डिजिटल पेमेंट में साउथ एशियाई देश की सफलता को दोहराना चाहते हैं.


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डिजिटल समाज बनने का टारगेट रखा


भारत की पहली यात्रा पर आए होलनेस ने डिजिटल स‍िस्‍टम के स्‍ट्रक्‍चर की जरूरत को समझने के लिए डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (DIF) के अधिकारियों के साथ मीट‍िंग की. उन्होंने कहा, ‘जमैका ने अपने विकास के विभिन्‍न लक्ष्यों में से एक डिजिटल समाज बनने का टारगेट रखा है. हमने पहले ही अपनी नेशनल आइडेंट‍िफ‍िकेशन स‍िस्‍टम स्थापित कर ली है, जो आपके आधार स‍िस्‍टम के समान है.’ होलनेस ने कहा, ‘उनका देश भारतीय प्रौद्योगिकी विशेषकर सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ (UPI) के साथ मजबूत साझेदारी विकसित करने की कोशिश कर रहा है.’


डिजिटल इकोनॉमी बनाने में कैसे मदद होगी?
उन्होंने कहा, ‘गोलमेज बैठक इस बात पर चर्चा करने के लिए थी कि भारत का डिजिटल पब्‍ल‍िक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और यूपीआई बुनियादी ढांचा जमैका को डिजिटल इकोनॉमी बनाने में कैसे मदद कर सकता है.’ कैरेबियाई देश के पीएम की यात्रा के दौरान डिजिटल पब्‍ल‍िक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में सहयोग और ऑनलाइन पेमेंट स‍िस्‍टम को जोड़ने के लिए एक करार पर हस्ताक्षर भी किये गये. उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हम इसे बहुत जल्दी क्रियान्वित करने में सक्षम होंगे....’ होलनेस ने अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत एक अद्भुत और विविधतापूर्ण के साथ एकीकृत और बहुत नवीन देश है.


उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत बहुत अच्छा काम कर रहा है और जमैका इन क्षेत्रों में भारत को भागीदार बनाना चाहता है.’ भारत को ‘दुनिया की फार्मेसी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि जमैका स्वास्थ्य सेवा, औषधि, कृषि, सुरक्षा और रक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहता है. दोनों पक्षों ने वैश्‍व‍िक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल होने के लिए भी समझौता किया. उन्होंने कहा, ‘ये ऊर्जा सुरक्षा, ऊर्जा दक्षता और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे हैं. ये तीनों ऐसे मुद्दे हैं जिनका जमैका और भारत जैसे देशों को सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में भारत के साथ मिलकर काम करना बहुत उपयोगी होगा.’


दोनों देशों में क्रिकेट के प्रति जुनून के बीच प्रधानमंत्री ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट राष्ट्र के साथ अधिक सहयोग की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा कि भारत कैरेबियाई देश में क्रिकेट के क्षेत्र में गौरव को वापस लाने में मदद कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘यह बात एथलेटिक्स के लिए भी सही है. इसीलिए हमने खेलों पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं, हम आपके धावकों को तैयार करने में मदद के लिए भारत के साथ सहयोग करेंगे.’ (इनपुट भाषा से भी)