नई दिल्ली: रिलायंस ग्रुप (Relaince Group) के चेयरमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) के सिर से परेशानियों के बादल नहीं हट रहे हैं. अनिल अंबानी अब अपने आपको गरीब दिखाने में जुट गए हैं. लंदन की एक अदालत में एक सुनवाई के दौरान अंबानी के वकील ने कहा कि अब वे अमीर नहीं हैं. चीनी बैंकों के 68 करोड़ डॉलर (4,760 करोड़ रुपये) के कर्ज के मामले की सुनवाई के दौरान अंबानी के वकील ने कहा कि अनिल अंबानी एक समय में अमीर कारोबारी थे. लेकिन टेलिकॉम मार्केट में उथल-पुथल ने सब तबाह कर दिया.


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100 मिलियन डॉलर देना होगा अनिल अंबानी को
बैंकों ने कोर्ट से अपील किया कि वे अंबानी को लगभग 4,760 करोड़ की रकम कोर्ट में जमा करवाने का आदेश जारी करे. मगर शुक्रवार को जज ने तय किया अंबानी को अदालत में 100 मिलियन डॉलर यानी क़रीब 715 करोड़ रुपये की राशि जमा करें. न्यायाधीश डेविड वाक्समैन ने ये राशि जमा करने के लिए अंबानी को छह सप्ताह की समयसीमा देते हुए कहा कि वह अंबानी के बचाव में कही गई इस बात को नहीं मान सकते कि उनका नेटवर्थ लगभग शून्य है या उनका परिवार संकट की स्थिति में उनकी मदद नहीं करेगा.


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चीनी बैंक लड़ रहे हैं अनिल अंबानी के खिलाफ केस
इंडस्ट्रियल ऐंड कॉमर्शल बैंक ऑफ चाइना की मुंबई शाखा, चाइना डिवेलपमेंट बैंक तथा एक्जिम बैंक ऑफ चाइना पिछले कई सालों से अनिल अंबानी के खिलाफ लंदन की एक अदालत में केस लड़ रहे हैं. तीनों बैंकों ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन्स को 925.20 मिलियन डॉलर (करीब 6,475 करोड़ रुपये) का लोन दिया था. उस समय अनिल अंबानी ने कहा था कि वह इस लोन की पर्सनल गारंटी देते हैं, लेकिन फरवरी 2017 के बाद कंपनी लोन चुकाने में डिफॉल्ट हो गई.


रिलायंस ग्रुप पर 93 हजार करोड़ का कर्ज
अनिल अंबानी रिलायंस कम्युनिकेशन्स के चेयरमैन हैं और उनका रिलायंस ग्रुप पिछले कुछ समय से कठिनाइयों के दौर से गुजर रहा है. ग्रुप पर कर्ज का बहुत बड़ा बोझ है, जिसकी वजह से वह परेशानी में है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तक रिलायंस ग्रुप पर 13.2 अरब डॉलर (करीब 93 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है.