Byju Crisis: 22 अरब डॉलर वाली बायजू की वैल्यूएशन हुई 0, कैसे बिगड़े बायजू के हालात
एडुटेक स्टार्टअप बायजू की हालात खराब है. कभी 22 अरब डॉलर वैल्यूएशन वाली बायजू मुश्किल में है. कंपनी का वैल्यूएसन जीरो हो गया है.
Byju Crisis: एडुटेक स्टार्टअप बायजू की हालात खराब है. कभी 22 अरब डॉलर वैल्यूएशन वाली बायजू मुश्किल में है. कंपनी का वैल्यूएसन जीरो हो गया है. प्रोसस ने बायजू में 57.8 करोड़ डॉलर के समूचे निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया है. निवेश कंपनी प्रोसस ने शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच बायजू का संचालन करने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न में निवेश किए गए 57.8 करोड़ डॉलर (करीब 4,800 करोड़ रुपये) को बट्टे खाते में डाल दिया है.
नीदरलैंड की कंपनी ने सोमवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी. प्रोसस की सितंबर 2022 में थिंक एंड लर्न में हिस्सेदारी घटकर 9.6 प्रतिशत रह गई थी जिससे उसका महत्वपूर्ण प्रभाव कम हो गया था. प्रोसस ने 2024 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि समूह की अन्य समग्र आय के माध्यम से उचित मूल्य पर बायजू में 9.60 प्रतिशत प्रभावी हित रखता है.
महत्वपूर्ण प्रभाव गंवाने के बाद बायजू में हमारे निवेश का उचित मूल्य 57.8 करोड़ डॉलर है।" प्रोसस उन चार निवेशक कंपनियों में शामिल है जिन्होंने बायजू के प्रबंधन और इसके 20 करोड़ डॉलर के राइट इश्यू के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया हुआ है. बायजू मंच के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने आर्थिक संकट में फंसने के बाद कोष जुटाने के इरादे से बेहद कम मूल्यांकन पर राइट इश्यू जारी करने का फैसला किया था. यह मामला राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के विचाराधीन है.