China-Maldives News: कर्ज के बोझ तले दबे मालदीव ने चीन के साथ अपनी मुद्राओं में चालू खाता लेनदेन के लिए एक समझौता किया है. मालदीव ने अपनी-अपनी मुद्राओं में चालू खाता लेनदेन और प्रत्यक्ष निवेश के लिए पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. मालदीव ने यह भी कहा कि जल्द ही उसके यहां चीन के सबसे बड़े बैंक आईसीबीसी की एक शाखा हो सकती है. 


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चीन 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के द्विपक्षीय व्यापार के साथ मालदीव का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. मालदीव के सरकारी मीडिया पीएसएमन्यूज ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्रालय तथा पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) के बीच समझौता ज्ञापन का उद्देश्य स्थानीय मुद्राओं में लेनदेन के निपटान को बढ़ावा देना है. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी.


मालदीव के आर्थिक मंत्री मोहम्मद सईद ने कहा है कि मालदीव में चीन के सबसे बड़े बैंक इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना (आईसीबीसी) की एक शाखा खोलने के लिए काम चल रहा है. इस संबंध में दोनों देशों के बीच बातचीत अभी भी जारी है.


चीन समर्थक रुख के लिए जाने जाते हैं मुइज्जू


मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे पहले भारत दौरे पर आने वाले अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत मुइज्जू ने सबसे पहले तुर्की की यात्रा की थी और जनवरी में अपनी पहली सरकारी दौरा चीन का किया था. चीन समर्थक रुख के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी के शपथग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए 9 जून को नई दिल्ली की यात्रा की थी. 
 
मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से मालदीव के साथ भारत के रिश्ते में तनाव आ गया था. अपनी शपथ के कुछ ही घंटों के भीतर ही उन्होंने भारत द्वारा मालदीव को गिफ्ट में दिए गए तीन एयरक्राफ्ट पर तैनात भारतीय सैन्यकर्मियों से वापस जाने को कहा था. दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों ने ले ली थी. 


(इनपुटः एजेंसी)