नयी दिल्ली: वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने आज कहा कि भारत सरकार वृद्धि को बढ़ाने वाले और आर्थिक तथा संस्थागत सुधारों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाती रही तो वह देश को बेहर साख वाले देशों की कोटि में रखने में बढ़ाने पर विचार कर सकती है।


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मूडीजन इनवेस्टर्स सविस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (सोवरेन रिस्क ग्रुप) मैरी डिरोन ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई के लिये सीमा बढ़ाये जाने जैसी नीतियां तथा मौद्रिक नीति मसौदे में बदलाव भरोसे को बढ़ाता है और यह सब स्थिर आर्थिक माहौल में योगदान देगा। 


डिरोन ने कहा, ‘..भारत के नीति निर्माता अगर वृद्धि को बढ़ावा देने तथा वृद्धि को स्थिर करने वाले आर्थिक एवं संस्थागत सुधारों में सफल होते हैं तो इससे रेटिंग को उन्नत बनाने पर विचार किया जाएगा।’


मूडीज ने पिछले साल अप्रैल में सुधार गति का हवाला देते हुए भारत के साख परिदृश्य को ‘स्थिर’ से बदलकर ‘सकारात्मक’ कर दिया। साथ ही यह भी कहा कि वह अगले एक से डेढ़ साल में रेटिंग को उन्नत बनाने पर विचार कर सकती है।


मूडीज की भारत के लिये रेटिंग ‘बीएए 3 है जो निम्न निवेश स्तर का है और ‘कबाड़’ के दर्जे से केवल एक पायदान उंचा है।