Jaypee Group: अब बाजार में नहीं बिकेगा इस कंपनी का सीमेंट! कर्ज उतारने के लिए दिल थामकर लिया यह फैसला
Jaypee Cement: जेएएल (JAL) ने अपने बचे हुए सीमेंट कारोबार को डालमिया ग्रुप को बेचने की घोषणा कर दी है. दोनों ग्रुप के बीच यह डील 5,666 करोड़ रुपये में हुई है.
Dalmia Bharat: सीमेंट कारोबार से जुड़े लोगों के लिए जेपी सीमेंट (Jaypee Cement), बुलंद (Buland), मास्टर बिल्डर (Master Builder) और बुनियाद (Buniyad) सीमेंट का नाम तो आपने सुना ही होगा. अगर आप इनके बारे में नहीं भी जानते तो हम आपको बता दें ये सभी जयप्रकाश एसोसिएट्स लि. (JAL) के सीमेंट ब्रांड हैं. एक समय था जब सीमेंट मार्केट में जेपी सीमेंट का दबदबा था. लेकिन समय के साथ कहानी बदलती गई और ये ब्रांड धीरे-धीरे मार्केट से आउट हो गए. अब जेएएल (JAL) और इस ग्रुप की अन्य कंपनियों ने अपने सीमेंट कारोबार का बचा हुआ हिस्सा भी बेच दिया है.
विभिन्न राज्यों के बिजली संयंत्र का अधिग्रहण करेगी कंपनी
जेएएल (JAL) ने अपने बचे हुए सीमेंट कारोबार को डालमिया ग्रुप को बेचने की घोषणा कर दी है. दोनों ग्रुप के बीच यह डील 5,666 करोड़ रुपये में हुई है. जेपी ग्रुप कर्ज घटाने के लिए उठाये गए इस कदम के साथ सीमेंट कारोबार (Cement Business) से पूरी तरह हट गया है. इस करार के तहत डालमिया भारत लिमटेड 94 लाख टन सालाना सीमेंट क्षमता के साथ जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी जेएएल (JAL) और उसकी संबद्ध कंपनी से विभिन्न राज्यों में ताप बिजली संयंत्र का अधिग्रहण करेगी.
बढ़ जाएगी प्रोडक्शन लिमिट
इससे डालमिया भारत लिमिटेड की सीमेंट प्रोडक्शन लिमिट मौजूदा 3.59 करोड़ टन सालाना से बढ़कर 4.53 करोड़ टन हो जाएगी. साथ ही डालमिया ग्रुप की मौजूदगी मध्य भारत में भी होगी. डालमिया भारत की तरफ से शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया गया कि सब्सिडियरी डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड (DCBL) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लि. (jaiprakash associates ltd) और उसकी संबद्ध कंपनियों से क्लिंकर, सीमेंट और बिजली संयंत्र के अधिग्रहण को लेकर करार किया है.
इस करार में 94 लाख टन सालाना क्षमता की सीमेंट यूनिट, 67 लाख टन क्लिंकर क्षमता और 280 मेगावॉट क्षमता का तापीय बिजलीघर शामिल है. डालमिया भारत ने कहा, 'ये प्रॉपर्टी एमपी, यूपी और छत्तीसगढ़ में हैं.' इस करार के डालमिया को देश के मध्य क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी. यह कंपनी के वित्तीय वर्ष 2026-27 तक 7.5 करोड़ टन और 2030-31 तक 11 से 13 करोड़ टन क्षमता की सीमेंट कंपनी बनने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में अहम कदम है.
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