Share Market Update: शेयर बाजार में कमाई के कई सारे तरीके हैं. वहीं लोगों को इन तरीकों को समझकर ही इनमें इंवेस्टमेंट करना चाहिए, इससे कमाई के चांस भी बढ़ते हैं. वहीं आज हम आपको शेयर मार्केट में इंवेस्टिंग के कई स्टाइल बताने वाले हैं. इन स्टाइल की मदद से शेयर बाजार में निवेश करना और उस निवेश से प्रॉफिट कमाने के चांस में इजाफा किया जा सकता है. ग्रीन पोर्टफोलियो के को-फाउंडर दिवम शर्मा ने शेयर मार्केट से कमाई के कुछ इंवेस्टिंग स्टाइल सुझाए हैं, जो कि इस प्रकार से हैं...


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वैल्यू इनवेस्टिंग
वैल्यू इनवेस्टिंग में ऐसे स्टॉक खरीदना शामिल है जो कमाई, वित्तीय और प्रतिस्पर्धी ताकतों जैसे कंपनी के मूल सिद्धांतों के विश्लेषण के आधार पर उनके मौलिक मूल्य की तुलना में अंडरवैल्यूड हैं.


ग्रोथ इंवेस्टिंग
ग्रोथ इंवेस्टिंग में लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए उच्च क्षमता वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करना शामिल है. इसमें आमतौर पर छोटी या मध्यम आकार की कंपनियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.


मोमेंटम इंवेस्टिंग
मोमेंटम इंवेस्टिंग में स्टॉक के प्रदर्शन पर नजर रखना और हाल की सक्सेस की सवारी करने का प्रयास करना शामिल है. इसमें शेयर के मोमेंटम को पकड़ा जाता है और फिर उसमें इंवेस्ट किया जाता है.


डिविडेंड इंवेस्टिंग
डिविडेंड इंवेस्टिंग के तहत निवेश में ऐसे शेयर खरीदना शामिल है जो हाई डिविडेंड का भुगतान करते हैं, जिससे निवेशक को अपने निवेश से नियमित इनकम कमाने का मौका मिल जाता है.


कोर इंवेस्टिंग
कोर इंवेस्टिंग (Core investing) इंवेस्टमेंट की एक खरीद और पकड़ शैली है जो अच्छी प्रतिष्ठा वाली स्थिर कंपनियों पर केंद्रित है.


Contrarian Investing
कॉन्ट्रेरियन इंवेस्टमेंट में बाजार के खिलाफ दांव लगाना शामिल है, जिसमें बड़े उलटफेर की संभावना वाले आउट-ऑफ-द-स्टॉक शेयरों में निवेश किया जाता है.


Arbitrage investing
आर्बिट्रेज निवेश में आर्बिट्रेज ट्रेडिंग जैसी तकनीकों का उपयोग करके विभिन्न बाजारों में या विभिन्न उत्पादों के बीच मूल्य विसंगतियों का लाभ उठाना शामिल है.


इंडेक्स इंवेस्टिंग
वहीं इंडेक्स इंवेस्टिंग में इंडेक्स फंड में निवेश करना शामिल है, जो S&P 500 जैसे व्यापक बाजार सूचकांकों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है.


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