नोएडा में जाम से मिलेगी राहत, DND टोल से महामाया फ्लाईओवर तक बनेगा एलिवेटेड रोड, नितिन गडकरी ने दिया भरोसा
नोएडा वालों को जाम के झाम से जल्द राहत मिल सकती है. नितिन गडकरी के आश्वासन से डीएनडी टोल प्लाजा से लेकर महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड बनने का रास्ता साफ होते दिख रहा है.
Elevated From DND Toll plaza To Mahamaya Flyover: नोएडा वालों को जाम के झाम से जल्द राहत मिल सकती है. नितिन गडकरी के आश्वासन से डीएनडी टोल प्लाजा से लेकर महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड बनने का रास्ता साफ होते दिख रहा है. एलिवेटड दिल्ली वाया DND होकर नोएडा एक्सप्रेस जाने वाले वाहन चालकों को जाम से राहत दिलाएगा.
जाम से मिलेगी राहत
डीएनडी टोल प्लाजा से लेकर महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड बनने से रोजाना करीब 2 लाख वाहन चालकों को फायदा होगा. ये एलिवेटड दिल्ली वाया डीएनडी होकर नोएडा एक्सप्रेस जाने वाले वाहन चालकों को जाम से मुक्ति दिलाएगा. वर्तमान में ये ट्रैफिक डीएनडी लूप से उतरकर एक्सप्रेस वे पर जाता है. यहां वाहन चालकों को जाम मिलता है. विधायक राजेश्वर सिंह के पत्र पर सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सहमति जताई है.
उन्होंने राजेश्वर सिंह के एक पत्र का जवाब देते हुए सहमति दी है. इस फ्लाईओवर के बनने से रोजाना करीब 2 लाख वाहन चालकों को फायदा होगा. प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जो परियोजना नोएडा में है वो चिल्ला एलिवेटेड रोड की है. जो दिल्ली के मयूर विहार की ओर से नोएडा प्रवेश द्वार के ट्रैफिक को डायवर्ट करने के लिए होगा और महामाया फ्लाईओवर के आगे एक्सप्रेस वे तक पहुंचेगा.
ये फ्लाईओवर 4 से 5 किमी का हो सकता है. जबकि नया फ्लाईओवर डीएनडी टोल से महामाया फ्लाईओवर तक होगा. जिससे दक्षिण दिल्ली के आश्रम और सरायकाले खां की ओर से दिल्ली इनर रिंग रोड का वो ट्रैफिक जो नोएडा एक्सप्रेस वे आता है. उसके राह को आसान करेगा.
बता दें डीएनडी पर पीक आवर में 5 लाख से ज्यादा वाहन चलते है. ये वाहन रोजाना दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली आते जाते है. इन वाहन चालकों को डीएनडी लूप से लेकर एक्सप्रेस वे के जीरो पाइंट तक जाम झेलना पड़ता है. हालांकि प्राधिकरण डीएनडी लूप को चौड़ा करने और आगे सड़क का चौड़ीकरण का काम कर रहा है. लेकिन इस रूट के लिए फ्लाईओवर का निर्माण होता है तो यहां जाम से आगामी कई सालों के लिए निजात मिल सकेगा. फिहलाल विधायक राजेश्वर सिंह के पत्र पर केंद्रीय मंत्री की सहमति के बाद प्राधिकरण इस योजना पर अमल करेगा. साथ ही जल्द ही इस योजना के लिए फिजिबिलिटी तैयार करेगा