नई दिल्ली: संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने चिट्ठी लिख कर एतिहाद एयरवेज से तुरंत 750 करोड़ की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि अगर तुरंत यह मदद नहीं दी गई तो कंपनी बंद हो जाएगी. ऐसे में यह खबर जेट एयरवेज के लिए राहत भरी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एतिहाद 1600 से 1900 करोड़ रुपये निवेश कर सकती है. सूत्रों ने बताया कि इस प्रस्तावित सौदे के तहत यदि एतिहाद द्वारा जेट एयरवेज में निवेश किया जाता है तो नरेश गोयल को घरेलू विमानन कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना होगा. 


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पूर्ण विमानन सेवा कंपनी जेट एयरवेज गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है. इसकी वजह से उसे अपने कई विमानों को खड़ा करना पड़ा है और साथ ही वह कर्मचारियों के वेतन भुगतान तथा ऋण भुगतान में विलंब कर रही है. सूत्रों ने कहा कि जेट एयरवेज में 1,600 से 1,900 करोड़ रुपये डालने के बाद एतिहाद की एयरलाइन में हिस्सेदारी बढ़कर 24.9 प्रतिशत हो जाएगी. अभी एतिहाद की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत है. 


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प्रस्तावित समझौते के तहत गोयल को जेट एयरवेज के चेयरमैन और निदेशक पद से हटना होगा हालांकि वह एयरलाइन के निदेशक मंडल में दो व्यक्तियों को नामित कर सकते हैं. गोयल को एयरलाइन का चेयरमैन एमिरिटस नामित किया जा सकता है जबकि उनके बेटे निवान गोयल को कुछ शर्तों के साथ कोई उचित कार्यकारी पद दिया जा सकता है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है.