Petrol Diesel Price: क्रूड ऑयल लगातार महंगा होता जा रहा है. हालांकि भारत में फिलहाल ईंधन के दामों में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी का असर नहीं देखने को मिल रहा है. भारत में पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई इजाफा नहीं हुआ है. हालांकि इस बीच सरकार की ओर से एक अहम कदम उठाया गया है. सरकार ने हाल ही में पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है. जिसके बाद अब सरकार की ओर से पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल के निर्यात पर टैक्स वसूला जाएगा.


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एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई


एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने को लेकर प्रॉफिट मार्ट सिक्योरिटीज के हेड रिसर्च अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि इससे घरेलू ईंधन के दामों पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. पिछले काफी वक्त से घरेलू स्तर पर ईंधन के दाम में भी बढ़ोतरी नहीं की गई है. सरकार के पास फॉरेन रिजर्व भी सीमित है. सरकार ने अपनी कमाई के लिहाज से एक्सपोर्ट ड्यूटी में इजाफा किया है.


मुनाफे में आ सकती है कमी


अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि एक्सपोर्ट ड्यूटी में इजाफे के कारण शेयर मार्केट में ऑयल से जुड़ी उन कंपनियों पर भी दबाव देखने को मिला है जो निर्यात करते हैं. ऐसे में शुक्रवार को उनके शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली थी. रिलायंस और ओएनजीसी के शेयर में गिरावट देखी गई. दरअसल, एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ जाने से कंपनियों के मुनाफे में भी कमी आएगी. हो सकता है कि आने वाले दिनों में कंपनियां अपने एक्सपोर्ट में कमी ले आए.


दिख सकता है निगेटिव असर


वहीं मोतीलाल ओसवाल के टेक्निकल एनालिस्ट चंदन तापरिया का कहना है कि पेट्रोल, डीजल और एविएशन फ्यूल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा देने से कंपनियों पर इसका निगेटिव असर देखने को मिलेगा. इससे रिफाइनरी कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा. साथ ही आने वाले वक्त में रिफाइनरी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि कंपनियां अंडर प्रेशर रहेगी और मुनाफे पर भी इसका असर दिखेगा.


इतने बढ़े दाम
बता दें कि सरकार की ओर से पेट्रोल पर 6 रुपये और डीजल पर 13 रुपये प्रत‍ि लीटर के हिसाब से एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई गई है. इसके अलावा एविएशन फ्यूल पर 6 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है.


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