Momentum Trading: शेयर मार्केट (Share Market) में उतार चढ़ाव बना हुआ है. यहां कब कौन-सा शेयर ऊपर चला जाए और कब कौन-सा शेयर नीचे आ जाए इसका कहा जाना इतना आसान नहीं है. वहीं शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए मोमेंटम ट्रेडिंग और एल्गो ट्रेडिंग पर भी लोगों का काफी ध्यान जा रहा है. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने को लेकर इनसे काफी असर भी देखने को मिलता है. वहीं राइट रिसर्च (Wright Research) की फाउंडर सोनम श्रीवास्तव ने मोमेंटम ट्रेडिंग (Momentum Trading) और एल्गो ट्रेडिंग (Algorithmic Trading) के बारे में विस्तार से बताया है.


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Momentum Trading


Momentum Trading को लेकर सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि Momentum Trading से मतलब मार्केट के ट्रेंड को पकड़ने से है. यह ट्रेंड शेयर प्राइज को लेकर भी हो सकता है या फिर टेक्नीकल चार्ट को लेकर भी हो सकता है. इसके अलावा किसी शेयर ने लास्ट रिटर्न कैसे दिए हैं, इसका ट्रेंड भी हो सकता है. इससे Momentum Trading को समझा जा सकता है.


Algorithmic Trading


इसके साथ ही सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि शेयर मार्केट में एल्गोरिद्म ट्रेडिंग (Algorithmic Trading) भी काफी खास मायने रखती है. एल्गोरिद्म ट्रेडिंग का मतलब है कि हम एक सिस्टम में कुछ फॉर्मूला लगा देते हैं और उसके हिसाब से ही ट्रेडिंग होती रहती है. यहां एक प्रोगाम सेट कर दिया जाता है और इसके मुताबिक ही खरीद-बिक्री होती रहती है.


बैक टेस्टिंग


हालांकि सोनम श्रीवास्तव ने एल्गो ट्रेडिंग को लेकर कहा है कि एल्गो ट्रेडिंग करने से पहले उसकी बैक टेस्टिंग करनी काफी जरूरी है. बैक टेस्टिंग के जरिए काफी चीजों को समझने में आसानी हो जाती है. साथ ही किसी नुकसान से भी बचा जा सकता है और इससे फायदा हो रहा है या नहीं, ये भी जाना जा सकता है.


वीडियो में समझें Momentum Trading और Algo Trading



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