FM On Income Tax: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स सिस्टम (Taxation System) पर बड़ा बयान दिया है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा लाई गई विश्वास पर आधारित टैक्सेशन सिस्टम से बेहतर कलेक्शन हुआ है और जमा किए गए रिटर्न की संख्या भी बढ़ी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वित्त मंत्री ने पिछले वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हासिल करने के लिए विभाग की तारीफ भी की. साथ ही उन्होंने उम्मीद भी जताई है कि रेवेन्यू कलेक्शन में तेजी की रफ्तार आगे के वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी. वित्त मंत्री ने टैक्सपेयर्स से टैक्स भरने की अपील भी की.


खामियों हुई दूर: सीतारमण


गौरतलब है कि प्रत्यक्ष कर संग्रह 2021-22 में सालाना आधार पर 49.02 फीसदी बढ़कर 14.09 लाख करोड़ रुपये हो गया है. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 14.20 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य रखा है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कई लंबित मुद्दों का समाधान किया और प्रत्यक्ष करों से संबंधित ढांचागत खामियों को दूर किया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने हाल के सालों में जो सुधार किए हैं, उसने टैक्स प्रणाली विश्वास आधारित बनाई है.


आयकर रिटर्न की संख्या में बढ़ोतरी 


वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि करदाताओं ने विश्वास-आधारित कर प्रणाली की पुष्टि की है और कहा है कि यह कर संग्रह और बेहतर हुआ है जो आयकर रिटर्न की संख्या बढ़ने से साफ है. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि करदाता सेवा और पारदर्शिता को बढ़ाने, विभागीय प्रक्रियाओं की रफ्तार तेज करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी इस्तेमाल किया गया है.


विभाग ने किए सकारात्मक बदलाव


इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने भी बताया है कि टैक्स विभाग की जिम्मेदारी सिर्फ सक्षम और कारगर कर प्रशासन तक ही सीमित नहीं है बल्कि ईमानदार करदाताओं को सम्मानित करना भी इसका दायित्व है. करदाताओं को समयबद्ध सेवाएं देकर और सकारात्मक बदलावों को अपनाकर विभाग ने खुद को एक समक्ष संगठन साबित किया है. टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या बढ़ी है, जो विभाग की सक्षमता को बताता है.