Go First Crisis: बैंकरप्ट एयरलाइन गो फर्स्ट के लिए रनवे तैयार, स्पाइसजेट ने लगाया बड़ा दांव
कर्ज के बोझ तले दबी एयरलाइन गो फर्स्ट दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है. कंपनी खरीदार की तलाश में है. अब बंद हो चुकी विमान कंपनी गो फर्स्ट को खरीदने के लिए स्पाइसजेट ( SpiceJet) ने बोली लगाई है.
Go First Crisis: कर्ज के बोझ तले दबी एयरलाइन गो फर्स्ट दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है. कंपनी खरीदार की तलाश में है. अब बंद हो चुकी विमान कंपनी गो फर्स्ट को खरीदने के लिए स्पाइसजेट ( SpiceJet) ने बोली लगाई है. स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने बिजी बी एयरवेज (Busy Bee Airways) के साथ मिलकर गो फर्स्ट को खरीदने के लिए बोली लगाई है .
स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने कहा कि गो फर्स्ट के अधिग्रहण से दोनों की एयरलाइंस का फायदा होगा.उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि GoFirst में अपार संभावनाएं . एयरलाइंस के पास घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्लॉट, इंटरनेशनल ट्रैवल राइट्स, 100 से ज्यादा एयरबस नियो विमानों के ऑर्डर है. गो फर्स्ट यात्रियों के बीच एक विश्वनीय ब्रांड है.
12 फीसदी उछले शेयर
इस खबर के आते ही स्पाइसजेट के शेयरों में 12 फीसदी की तेजी देखने को मिली. कंपनी के शेयर 7082 रुपये पर पहुंच गए. सीएमडी अजय सिंह ने बिजी बी एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर निजी हैसियत से ये बोली लगाई है. स्पाइसजेट ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में कहा कि गो फर्स्ट दिवालिया समाधान पेशेवर के साथ रुचि रखती है. हाल ही में स्पाइसजेट ने अपनी वित्तीय सेहत सुधारने के लिए करीब 27 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पूंजी जुटाने की प्रक्रिया को मंजूदी दी थी. कंपनी ने ऑपरेशन कॉस्ट को कम करने के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती की तैयारी भी कर रही है. आपको बता दें कि दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गो फर्स्ट के ऊपर 6521 करोड़ रुपये का बकाया है. इसमें सबसे ज्यादा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का है. उसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा और डॉयचे बैंक और आईडीबीआई बैंक का है.