Gold Silver Latest Prices: अगर आग सोना खरीदने (Gold Price) की सोच रहे हैं तो अभी खरीद कर डालें. दिवाली से पहले इसके दाम आसमान छूने की उम्मीद है. ऐसे में आपको सोना खरीदने के लिए पहले से काफी ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ सकता है. इसकी वजह ये है कि भारत में गोल्ड सप्लाई करने वाले 3 विदेशी बैंकों में शिपमेंट में कटौती की है. उनकी कटौती का आधार चीन और तुर्की जैसे देश बने हैं. 


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ये 3 बैंक करते हैं सोने की सप्लाई


रॉयटर्स के मुताबिक भारत में गोल्ड (Gold Price) की अधिकतर सप्लाई जेपी मॉर्गन, स्टैंडर्ड चार्टर्ड और आईसीबीसी स्टैंडर्ड बैंक की ओर से की जाती है. ये बैंक सोने की खदानों से हर साल त्योहारी सीजन से पहले बड़ी मात्रा में सोना खरीदकर उन्हें अपनी अति सुरक्षित तिजौरियों में भर लेते हैं. इसके बाद उस सोने को दुनियाभर के देशों में बेचा जाता है. लेकिन इस बार यह सोना भारत के बजाय चीन और तुर्की जैसे देशों में ज्यादा सप्लाई किया जा रहा है. 


चीन-तुर्की में भेजा जा रहा ज्यादा गोल्ड


इस बारे में विस्तार से बताते हुए एक बैंक अधिकारी ने बताया कि तुर्की में इन दिनों महंगाई चरम पर पहुंची हुई है. इसलिए लोग अपने देश की करंसी पर भरोसा करने के बजाय बड़ी मात्रा में गोल्ड (Gold Price) खरीद रहे हैं. इसके चलते देश में सोने की मांग कई गुणा बढ़ गई है. सितंबर में तुर्की का सोना आयात 543 प्रतिशत और चीन का 40 प्रतिशत बढ़ गया. वहीं इसी अवधि में भारत का सोना आयात 30 प्रतिशत घट गया. इससे पता चलता है कि इन देशों मे सोने की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे वहां पर गोल्ड के रेट भारत की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. 


भारत में बैंकों को मिलता है कम मुनाफा 


रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की में सोना (Gold Price) बेचने पर 80 डॉलर प्रति औंस का प्रीमियम यानी मुनाफा मिलता है. जबकि चीन में 20-45 डॉलर प्रति औंस का प्रीमियम मिलता है. अगर भारत की बात की जाए तो पिछले साल बैंकों को अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क से करीब 4 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा प्रीमियम मिल रहा था. वहीं अब यह घटकर 1 से 2 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है. साफ जाहिर है कि गोल्ड सप्लाई करने वाले तीनों बैंकों को भारत की तुलना में इन दोनों देशों में सोना बेचने पर ज्यादा फायदा हो रहा है. 


चरम पर पहुंच सकती है सोने की महंगाई
 
सूत्रों के मुताबिक गोल्ड (Gold Price) सप्लाई करने वाले स्टैंडर्ड चार्टर्ड, आईसीबीसी स्टैंडर्ड बैंक और जेपी मॉर्गन बैंक की तिजौरियों में इस वक्त कुल जरूरत की तुलना में केवल 10 प्रतिशत सोना ही रखा है. इस सोने को भी एक साल पहले आयात किया गया था. जबकि आदर्श स्थितियों में कुछ टन सोना इन तिजोरियों में होना चाहिए. ऐसे में तीनों बैंकों ने भारत को किए जा रहे शिपमेंट में कटौती कर दी है, जिसका असर अगले कुछ दिनों में सोने की महंगाई पर सामने आ सकता है.