Cyber Security: जैसे-जैसे इंटरनेट की पहुंच लोगों तक हो रही है, वैसे-वैसे साइबर अपराध के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. देश में अलग-अलग तरीके से धोखेबाज लोग आम जनता को साइबर जाल में फंसा लेती है, जिसके कारण ज्यादातर लोगों को आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ता है. हालांकि साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए कई कदम भी समय-समय पर उठाए जाते रहे हैं. ऐसे में अब साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक नया अपडेट सामने आया है और सरकारी अधिकारियों के लिए यह अपडेट काफी काम का साबित हो सकता है. दरअसल, गूगल क्लाउड ने एक अहम करार सीईआरटी-इन (सर्ट-इन) के साथ किया है.


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गूगल क्लाउड
दरअसल, गूगल क्लाउड ने 1,000 सरकारी अधिकारियों को ट्रेनिंग देने और ट्रेनी को एक लाख साइबर सुरक्षा प्रमाणपत्र छात्रवृत्ति देने के लिए सरकार की कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया इकाई सीईआरटी-इन (सर्ट-इन) के साथ करार किया है. वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी ने गुरुवार को यह घोषणा की. सर्ट-इन इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) का अंग है. यह मंत्रालय साइबर सुरक्षा संबंधी खतरों, हैकिंग और साइबर संबंधी अन्य मुद्दों को देखता है.


साइबर सुरक्षा
अमेरिकी कंपनी ने बयान में कहा, “सरकारी अधिकारियों की ‘साइबर शक्ति’ को साइबर रक्षा सर्वोत्तम प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा. इसमें जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल और गूगल क्लाउड और मैंडिएंट विशेषज्ञों के नेतृत्व में साइबर सुरक्षा एआई हैकथॉन आयोजित करना शामिल है.” सरकारी अधिकारियों को साइबर सुरक्षा के बारे में जितना ज्यादा पता होगा, वो उतना बेहतर तरीके से ही काम भी कर पाएंगे.


डिजिटल है भविष्य
वहीं दूसरी तरफ सर्ट-इन के महानिदेशक संजय बहल ने कहा, “साइबर सुरक्षा हमारे डिजिटल भविष्य की आधारशिला है और जेनरेटिव एआई की शक्ति का उपयोग इस निरंतर विकसित परिदृश्य में आगे रहने में मदद करेगा.” वहीं आने वाला समय भी लगातार डिजिटल को बढ़ावा दे रहा है, जिसके कारण साइबर सुरक्षा का महत्व भी काफी ज्यादा बढ़ गया है. (इनपुट: भाषा)