Petrol-Diesel: सरकार ने तेल कंपनियों को दिया झटका, बढ़ा दिया ये टैक्स, क्या महंगा होगा पेट्रोल-डीजल?
Petrol-Diesel Price: केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा झटका दे दिया है. सरकार ने इस बार विंडफॉल टैक्स (WindFall Tax) बढ़ाने का ऐलान कर दिया है.
Windfall tax hiked: देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लंबे समय से कोई खास बदलाव नहीं हो रहा है. देश के मेट्रो शहरों में रेट्स जस के तस बने हुए हैं. वहीं, इस बीच केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा झटका दे दिया है. सरकार ने इस बार विंडफॉल टैक्स (WindFall Tax) बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. इस बारे में सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर जानकारी दी गई है.
बढ़ाया गया टैक्स
सरकार ने बताया है कि क्रूड ऑयल और डीजल के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया गया है. वहीं, विमान ईंधन के निर्यात पर सेस को वापस लेने का फैसला लिया गया है.
7,100 रुपये प्रति टन हुआ SAED
एक सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, देश में उत्पादित कच्चे तेल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (SAED) के रूप में लगाया जाने वाला कर 4,250 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 7,100 रुपये प्रति टन कर दिया गया है. डीजल के निर्यात पर एसएईडी एक रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 5.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है.
नई दरें आज से हुई लागू
विमान ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर 15 अगस्त से दो रुपये प्रति लीटर का शुल्क लगाया जाएगा. इससे पहले विमान ईंधन पर कोई एसएईडी नहीं था। पेट्रोल पर एसएईडी शून्य रहेगा. बता दें नई कर दरें मंगलवार से लागू होंगी.
1 जुलाई 2022 को लगाया था पहली बार
भारत ने पहली बार पिछले साल एक जुलाई को अप्रत्याशित लाभ कर लगाया था और यह उन देशों की बढ़ती संख्या में शामिल हो गया, जो ऊर्जा कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर कर लगाते हैं.
इंटरनेशनल मार्केट में कैसी रही कच्चे तेल की कीमतें?
तेल की औसत कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े कर दरों की समीक्षा की जाती है. अगर कच्चे तेल की वैश्विक कीमत 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो जाती है, तो घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित कर लगाया जाता है. अगस्त में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत औसतन 86.8 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रही.
इनपुट - भाषा एजेंसी