Bharat Brand Atta and Dal: केंद्र सरकार की तरफ से आम आदमी को महंगाई से राहत देने के ल‍िए 'भारत ब्रांड' का विस्तार क‍िया गया है. अभी तक सरकार की तरफ से भारत ब्रांड के तहत आटा, चावल और चना दाल की ब‍िक्री की जाती है. अब सरकार ने बुधवार को सब्सिडी वाली दालों के कार्यक्रम का विस्तार करने का ऐलान क‍िया है. सरकार बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने के लि‍ए ‘भारत’ ब्रांड के तहत साबुत चना और मसूर दाल की भी बिक्री करेगी. खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि सहकारी नेटवर्क भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (NEFED) और केंद्रीय भंडार के जरिये साबुत चना 58 रुपये किलो और मसूर दाल 89 रुपये किलो की दर से बेचा जाएगा.


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तीन लाख टन चना और 68,000 टन मूंग आवंटित किया


जोशी ने इस पहल के दूसरे चरण को भी पेश किया. उन्होंने कहा, ‘हम मूल्य स्थिरीकरण कोष के अंतर्गत रखे गए अपने भंडार को सब्सिडी वाली कीमत पर बेच रहे हैं.’ सरकार ने सहकारी समितियों को तीन लाख टन चना और 68,000 टन मूंग आवंटित किया है. इस मौके पर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री बीएल वर्मा और निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया भी उपस्थित रहे. एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक अनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा कि वितरण दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से शुरू होगा. 10 दिन के भीतर इसके देशव्यापी विस्तार की योजना है.


इस रेट पर म‍िलता है आटा, चावल और दाल
पहले चरण के अंतर्गत वर्तमान दरें गेहूं के आटे के लिए 30 रुपये किलो (27.50 रुपये से ऊपर), चावल के लिए 34 रुपये किलो (29 रुपये से अधिक), चना दाल के लिए 70 रुपये किलो (60 रुपये से ऊपर) हैं. वहीं मूंग दाल और मूंग साबुत की कीमत क्रमशः 107 रुपये किलो और 93 रुपये किलो है. सरकार प्याज के लिए 35 रुपये किलो और टमाटर के लिए 65 रुपये किलो की दर बनाए रखने की भी कोशिश कर रही है. केंद्रीय मंत्री ने इस साल दालों के बेहतर उत्पादन की उम्मीद जतायी है क्योंकि सरकार ने दालों के समर्थन मूल्य में काफी वृद्धि की है.


अंबानी के साथ भी होगी डील!
एक द‍िन पहले खबर आई थी क‍ि सस्ते राशन का लाभ ज्यादा से ज्‍यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार रिटेल चेन के जरिए बेचने की तैयारी में है. सरकार इसके लिए मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस र‍िटेल के साथ बातचीत कर रही है. हालांकि इससे पहले भारत ब्रांड के चावल, दाल, आटा रिलायंस के जियोमार्ट, ऐमजॉन और बिगबास्केट समेत अलग-अलग ई-कॉमर्स कंपनियों के प्लेटफॉर्म पर अस्थाई तौर पर उपलब्ध थे. सरकार ने इन कंपनियों के साथ कुछ दिनों की व्यवस्था की थी. अब सरकार इस ब्रांड को पहली बार प्राइवेट रिटेल कंपनियों के साथ लॉन्‍ग टर्म में डील कर रिटेल स्टोर में बेचना चाहती है.