HDFC Bank & HDFC Share: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए काम की खबर है. भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC bank stock) के शेयरों में लगातार गिरावट दिख रही है. मार्च तिमाही की आय की रिपोर्ट के बाद कुछ ब्रोकरेज ने एचडीएफसी बैंक के शेयरों पर अपना टारगेट प्राइस घटा दिया है. इस समय स्टॉक लगातार 9वें ट्रेडिंग सेशंस में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं.


एचडीएफसी के शेयर हुए धड़ाम


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आज यानी मंगलवार को भी एचडीएफसी बैंक के शेयर BSE पर लगभग 3 फीसद ढुलक कर 1,364.15 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं. इससे पहले सोमवार को शेयर बाजार की हालत ठीक नहीं थी और बाजार लाल निशान पर बंद हुए थे. सोमवार को एचडीएफसी बैंक का स्टॉक 4.7% की गिरावट के साथ ₹1,395.35 पर बंद हुआ. पिछले पांच ट्रेडिंग सेशंस में HDFC बैंक के शेयर लगभग 9% से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.


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ब्रोकरेज फर्म ने घटाए टारगेट प्राइस


एचडीएफसी बैंक के शेयरों की लगातार गिरावट के बाद अब अधिकांश ब्रोकरेज ने 'खरीद' रेटिंग तो बनाए रखी है लेकिन टारगेट प्राइस घटा दिए हैं. इकोनाॅमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, नोमुरा ने 'खरीद' रेटिंग बनाए रखा है लेकिन इसने भी टारगेट प्राइस को 1,955 रुपये से घटाकर 1,705 रुपये कर दिया है. यस सिक्योरिटीज ने भी बैंक पर 'खरीद' की रेटिंग बनाए रखी है, लेकिन टारगेट प्राइस को 1,900 रुपये से घटाकर 1,668 रुपये कर दिया है. यानी कुल मिलाकर ब्रोकरेज फर्म ने 'खरीद' की रेटिंग जरूर रखी है, लेकिन टारगेट प्राइस को घटा दिया है. 


उधर, एडलवाइस ने भी 'खरीद' को बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस घटा दिया है. पहले इसका टारगेट प्राइस 2,000 रुपये था जो अब कम होकर 1,860 रुपये पर आ गया है. वहीं, एमके ग्लोबल ने भी अपना टारगेट प्राइस 2,050 रुपये से घटाकर 1,950 रुपये कर दिया. CLSA ने एचडीएफसी बैंक पर 'खरीद' रेटिंग बनाए रखी है, लेकिन उन्होंने भी आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एसबीआई के शेयरों की सलाह दी है.


क्या है शेयरों में गिरावट की वजह?


अब बात करते है कि आखिर एचडीएफसी बैंक के शेयर इतनी तेजी क्यों गिर रहे हैं. ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, विलय को लेकर अनिश्चितता का असर एचडीएफसी बैंक के शेयर पर पड़ दिख सकता है. कंपनी का Q4 रिजल्ट भी खराब रहा है. है. लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ रिसर्च- शेयर इंडिया, रवि सिंह ने बताया है कि Q4 में एचडीएफसी बैंक की वृद्धि हर सेगमेंट में दिखी है. उनका कहना है कि एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय से बैंक को लंबी अवधि में फायदा होने वाला है.


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