HDFC की इस स्कीम में नहीं लगा पाएंगे पैसा, 22 जुलाई से नया निवेश बंद, मौजूदा निवेशकों पर क्या होगा असर ?
HDFC की म्यूचुअल फंड कंपनी ने अपनी एक स्कीम में नए निवेश को स्वीकार करने से मना कर दिया है. 22 जुलाई ने नहीं लगा पाएंगे पैसा. वहीं पुराने निवेशकों पर इसका क्या असर होगा ? 9 जुलाई को एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने इस बारे में ऐलान करते हुए कहा कि 22 जुलाई से वो अपने डिफेंस फंड में नई एसआईपी ( SIP), निवेश स्वीकार नहीं कर पाएंगी.
HDFC Defence Fund: देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर की बैंक HDFC की म्यूचुअल फंड कंपनी ने बड़ा अपडेट दिया है. बैंक ने एक म्यूचुअल फंड की एक स्कीम को बंद करने का ऐलान किया है. 22 जुलाई से इसके लिए नए रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे. एचडीएफसी ग्रुप की म्यूचुअल फंड कंपनी ने स्पष्ट किया है कि 22 जुलाई से वो अपनी इस स्कीम में नए इंवेस्ट स्वीकार नहीं करेगी. दरअसल एचडीएफसी के डिफेंस म्यूचुअल फंड में नए निवेश को बंद करने का फैसला किया गया है.
नहीं कर पाएंगे HDFC की इस स्कीम में निवेश , क्यों लिया फैसला
9 जुलाई को एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने इस बारे में ऐलान करते हुए कहा कि 22 जुलाई से वो अपने डिफेंस फंड में नई एसआईपी ( SIP), निवेश स्वीकार नहीं कर पाएंगी. कंपनी ने इस फंड में एकमुश्त और सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान को भी बंद करने का फैसला किया है. एचडीएफसी डिफेंस फंड को हाई कंसेट्रेटेड फंड माना जाता है. इसमें 21 स्टॉक्स है, जिसमें 63 फीसदी वजन सिर्फ पांच स्टॉक्स से घिरे हैं. इंस फंड का पैसा डिफेंस या उससे जुड़ी कंपनियों में लगता है. एचडीएफसी ने डिफेंस फंड को 2 जून 2023 को लॉन्च किया था. इसका एयूएम 3,665.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी के इस फंड को लोगों को जबरदस्त रिस्पांस मिला. अब कंपनी इसे बंद कर रही है, क्योंकि जानकारों का मानना है कि लिक्विडिटी कम और निवेश के विकल्प कम है.
क्या होगा पुराने निवेशकों का
HDFC ने स्पष्ट किया है कि 22 जुलाई के बाद डिफेंस फंड में नए निवेश नहीं, लेकिन उसके मौजूदा निवेशक बने रहें हैं. मौजूदा निवेशकों के निवेश ही स्वीकार किए जाएंगे. बीते साल यह फंड बेस्ट रिटर्न देने वाले फंड्स में ये टॉप पर रहा था. इसने निवेशकों को एक साल में करीब 144 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस फंड में जो निवेश पहले से है, जो एसआईपी पहले से हैं, वो पहली की तरह की चलती रहेगी. इस फंड में पैसा लगा चुके निवेशक पहले की तरह निवेश और निकासी को जारी रख सकेंगे. उनके लिए कोई बदलान नहीं होगा. यानी अगर आपने इस फंड में पैसा लगा रखा है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है.