Hindustan Zinc FPO: केंद्र सरकार ने हिंदुस्तान जिंक (HZL) में बिक्री पेशकश (OFS) के जरिये 505 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर 2.5 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है. सरकार को हिस्सेदारी बिक्री से 5,000 करोड़ रुपये से अधिक मिलेंगे. दो दिन तक चलने वाला ओएफएस बुधवार को संस्थागत बोलीदाताओं और गुरुवार को खुदरा निवेशकों के लिए खुलेगा.


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निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में बिक्री पेशकश प्रस्ताव कल (बुधवार) गैर-खुदरा निवेशकों के लिए खुलेगा. खुदरा निवेशक गुरुवार सात नवंबर को बोली लगा सकते हैं. सरकार 1.25 प्रतिशत इक्विटी का विनिवेश करेगी, जिसमें ‘ग्रीनशू’ विकल्प के तहत अतिरिक्त 1.25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का विकल्प होगा."


निचली कीमत शेयर भाव से लगभग 10 प्रतिशत कम


सरकार 5.28 करोड़ से अधिक शेयर या 1.25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है, जिसमें इतनी ही राशि का ग्रीनशू विकल्प है. ग्रीनशू विकल्प का मतलब है कि खरीदार अधिक होने की स्थिति में सरकार 1.25 प्रतिशत हिस्सेदारी और बेच सकती है. बोली के लिए निचली कीमत मंगलवार के बंद भाव 559.45 रुपये से 9.7 प्रतिशत कम है.



40 से अधिक देशों को करती है आपूर्ति


हिंदुस्तान जिंक अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता की सहायक कंपनी है. हाल ही में उन्होंने इसमें बड़े निवेश की घोषणा की है. हिंदुस्तान जिंक अपनी उत्पादन क्षमता को दोगुना दोगुना करने के लिए 2 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी. 


हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी है. कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार में लगभग 75 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखती है.