भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि 67 साल के शक्तिकांत दास की हालत ठीक है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.
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Shaktikanta Das admitted to Hospital: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि 67 साल के शक्तिकांत दास की हालत ठीक है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है. अस्पताल के सूत्रों ने आरबीआई गवर्नर के तबीयत की जानकारी देते हुए बताया कि इमरजेंसी जैसी कोई स्थिति नहीं है और उनकी हालत स्थिर है.
एसिडिटी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को एसिडिटी की शिकायत हुई थी, जिसके बाद उन्होंने निगरानी के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, अब उनकी हालत ठीक है और चिंता की कोई बात नहीं है. प्रवक्ता ने आगे बताया कि शक्तिकांत दास को अगले 2-3 घंटों में अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.
Reserve Bank of India Governor Shaktikanta Das experienced acidity and was admitted to Apollo Hospital, Chennai for observation. He is now doing fine and will be discharged in the next 2-3 hours. There is no cause for concern: RBI spokesperson https://t.co/uvxfEsXa7m
— ANI (@ANI) November 26, 2024
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2018 में आरबीआई गवर्नर बने थे शक्तिकांत दास
आरबीआई गर्वनर रहे उर्जित पटेल (Urjit Patel) ने सरकार के साथ तीखी नोकझोंक के बाद दिसंबर 2018 में अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने तीन साल के लिए रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया था. इसके बाद साल 2021 में उनका कार्यकाल 3 साल के लिए बढ़ाया गया और इसी साल 10 दिसंबर को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है.
क्या शक्तिकांत दास को मिलेगा तीसरा कार्यकाल?
व्यापक रूप से देखा जाता है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) का कार्यकाल अच्छा रहा है और उन्होंने वित्तीय क्षेत्र को अच्छी तरह से मैनेज किया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार के साथ उनके संबंध भी अच्छे रहे हैं. उनके कार्यकाल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है, जैसा उनके पहले 2 आरबीआई गवर्नर के कार्यकाल के दौरान हुआ था. इससे यह तय माना जा रहा है कि उनका कार्यकाल एक बार फिर बढ़ाया जा सकता है. हालांकि, अब तक केंद्र सरकार ने साफ नहीं किया है कि शक्तिकांत दास को तीसरा कार्यकाल दिया जाएगा या उनकी जगह पर कोई नई नियुक्ति की जाएगी.