मुंह ताकता रह गया चीन, मुंबई ने बीजिंग को दिखाई औकात, बन गया अरबपतियों की `राजधानी`
Hurun India Rich List 2024: हुरून रिसर्च इंस्टीट्यूट ने ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 जारी कर दी है. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई ने चीन की राजधानी बीजिंग को पीछे छोड़कर एशिया में सबसे अधिक अरबपतियों वाला शहर बनने का खिताब हासिल किया है.
Asia billionaire capital: हुरून रिसर्च इंस्टीट्यूट ने ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 (Global Rich List 2024) जारी कर दी है. इसके साथ ही भारत के अरबपतियों की लिस्ट भी जारी की गई है. भारतीय अरबपतियों की लिस्ट में बड़ी उलटफेर हुई है . अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी देश के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. वहीं अमीरों से शहर का खिताब भी भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को मिला है. भारत के शहर मुंबई ने एक बार फिर से चीन की राजधानी बीजिंग को पटकनी देते हुए एशिया के अरबपतियों की राजधानी का खिताब अपने नाम कर लिया है.
मुंबई बना अरबपतियों की पहली पसंद
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई ने चीन की राजधानी बीजिंग को पीछे छोड़कर एशिया में सबसे अधिक अरबपतियों वाला शहर बनने का खिताब हासिल किया है. हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 के मुताबिक मुंबई भारत के सबसे अमीर शहरों में भी टॉप पर है और एशिया में भी. इस लिस्ट के मुताबिक मुंबई में 93 अरबपति रहते हैं और इसके साथ ही वो एशिया के टॉप पर है.
बीजिंग को पछाड़कर बना नबंर 1
कोविड के बाद से ही चीन की अर्थव्यवस्था हिली हुई है. मैन्युफैक्चरिंग हो या निवेश चीन को भारत पछाड़कर तेजी से बढ़ रहा है. विदेशी कंपनियां चीन को छोड़ भारत में निवेश बढ़ा रही है. अब भारत ने चीन को एक और मोर्चा पर पछाड़ा है. अरबपतियों की संख्या मामले में मुंबई ने चीन की राजधानी बीजिंग को पछाड़ दिया है. एशिया में सबसे ज्यादा अरबपति भारत के मुंबई में रहते हैं. एशिया में मुंबई ने बीजिंग को पछाड़ दिया है तो वहीं दुनिया के मामले में मुंबई न्यूयॉर्क और लंदन के बाद तीसरे नंबर पर है.
मुंबई बनी अरबपतियों की राजधानी, बीजिंग को छोड़ा पीछे
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के मुताबिक भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में एशिया के 25% अरबपतियों का ठिकाना है. भारत का यह शहर एशिया के अरबपतियों की नई राजधानी है. मुंबई में 58 अरबपतियों की संख्या में शुद्ध तौर पर बढ़ोतरी हुई है. वहीं राजधानी दिल्ली में 18 नए अरबपति जोड़े है. भारत में अरबपतियों की संख्या में 29 प्रतिशत की बड़त हुई है तो वहीं चीन में अरबपतियों की संख्या में 25 प्रतिशत की कमी आई.