मुकेश अंबानी के बारे में यह बड़ी बात नहीं जानते होंगे आप, खुद किया खुलासा
मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी ने अपने बारे में शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने खुद ही अपने संबंध में बड़ी बात का खुलासा किया. अंबानी ने दिल्ली में शुक्रवार को एचटी लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में भी बड़ा बयान दिया.
नई दिल्ली : मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी ने अपने बारे में शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने खुद ही अपने संबंध में बड़ी बात का खुलासा किया. अंबानी ने दिल्ली में शुक्रवार को एचटी लीडरशिप समिट को संबोधित करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के मध्य तक भारत की बढ़ोतरी चीन से अधिक होगी. उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2024 तक दोगुनी होकर 5,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी.
अंबानी ने कहा कि उन्होंने 2004 में भविष्यवाणी की थी कि 20 साल में भारतीय अर्थव्यवस्था 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचेगी. उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था 500 अरब डॉलर की थी. एचटी लीडरशिप समिट के दूसरे दिन कार्यक्रम में शिरकत करते हुए अंबानी ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि उनके लिए पैसे कभी भी मायने नहीं रखते हैं. मेरे लिए संसाधन महत्वपूर्ण हैं.
अपने बारे में ये कहा
उन्होंने कहा कि मैं कभी भी कैश या क्रेडिट कार्ड अपने साथ लेकर नहीं चलता. अंबानी ने कहा कि वह खिताब और लेबल से नफरत करते हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था की बात करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत दुनिया का नंबर एक स्टार्टअप देश बनेगा. आज के समय में दुनिया भारत और चीन की बात कर रही है.
यह भी पढ़ें : भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर मुकेश अंबानी का बड़ा बयान, पढ़िए क्या कहा
दुनिया में भारत पहले स्थान पर
मोबाइल डाटा के इस्तेमाल पर मुकेश अंबानी ने बताया कि मोबाइल पर इंटरनेट इस्तेमाल के मामले में भारत दुनिया में पहले स्थान पर है. हमारे यहां अमेरिका और चीन से ज्यादा डाटा का उपयोग होता है. रिलायंस जियो के बारे में बात करते हुए अंबानी ने बताया कि जियो से आमदनी के मामले में हम तय किए गए समय से आगे हैं.
यह भी पढ़ें : मुकेश अंबानी की सफलता में खास है ये नंबर, जानिए इसके पीछे छुपा राज
इससे पहले अंबानी ने कहा कि 2024 से पहले 5,000 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'क्या हम अगले दस साल में इसे तिगुना कर 7,000 अरब डॉलर पर पहुंचा सकते हैं और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकते हैं? हां, हम ऐसा कर सकते हैं. इसी तरह क्या हम 2030 तक 10,000 अरब डॉलर के आंकड़े को पा सकते हैं और भारत-चीन, भारत-अमेरिका के अंतर को घटा सकते हैं? हां, हम यह कर सकते हैं.'
यह भी पढ़ें : दौलत के मामले में इस महिला से पीछे हैं मुकेश अंबानी, जानें क्या है कनेक्शन?
अंबानी ने उम्मीद जताई कि भारत इस सदी में अमेरिका और चीन से अधिक समृद्ध हो सकता है. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि आगामी तीन दशक भारत के लिए परिभाषित करने वाले दशक होंगे.' अंबानी ने कहा कि भारत एक बेहतर और अलग तरीके का विकास मॉडल उपलब्ध कराएगा जिससे समान और समावेशी वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.