Bank Privatisation Latest News: बैंक प्राइवेटाइजेशन (Bank Privatisation) को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट में पिछले साल ऐलान किया था कि वह IDBI Bank में अपनी हिस्सेदारी बेच देगा. फिलाहल इस बार बजट से पहले बैंक के प्राइवेटाइजेशन (bank privatisation list) का प्रोसेस पूरा हो जाएगा. बता दें इस बैंक के लिए कई कंपनियों ने बोली लगाई है. 


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ये दो कंपनियां दिखा रही दिलचस्पी
इस समय मिडिल ईस्ट की बैंकिंग कंपनी एमिरेट्स एनबीडी ( Emirates NBD) और अरबपति प्रेम वत्स की अगुवाई वाला कनाडा का फेयरफैक्स ग्रुप (Fairfax Group) दोनों ही IDBI Bank में सरकार की हिस्सेदारी खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. 


इस हफ्ते जमा करा सकते हैं EoI
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, Emirates NBD और Fairfax Group इस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए इस हफ्ते एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) जमा करा सकते हैं. 


एक और कंपनी भी दिखा रही दिलचस्पी
सूत्रों ने बताया है कि लग्जमबर्ग की प्राइवेट इक्विटी कंपनी CVC कैपिटल पार्टनर्स भी इस डील में हिस्सेदारी खरीदने के लिए आगे आ सकते हैं. फिलहाल इस बात की कोई भी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इसकी ईओआई जमा कराने के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली है. 


कितनी है सरकार की हिस्सेदारी
आपको बता दें LIC और केंद्र सरकार की इस बैंक में कुल 94.71 फीसदी की हिस्सेदारी है, जिसमें सें सरकार का करीब 45 फीसदी हिस्सा है. वहीं, बाकी एलआईसी का हिस्सा है. इस निजीकरण के फैसले के बाद सरकार की बैंक में सिर्फ 15 फीसदी हिस्सेदारी रह जाएगी. आपको बता दें मोदी सरकार और एलआईसी साथ में मिलकर IDBI Bank में अपनी 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचेंगे. इस हिस्सेदारी में रेश्यो की बात की जाए तो सरकार का रेश्यो 30.48 फीसदी और एलआईसी की हिस्सेदारी 30.24 फीसदी रहेगी. 


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