पहले टैक्सपेयर्स ने बनाया रिकॉर्ड, अब Income Tax Refund में क्यों आया जबरदस्त उछाल?
ITR Filing: आईटीआर फाइलिंग के साथ इस साल इनकम टैक्स रिफंड को लेकर भी रिकॉर्ड बना. इस साल नवंबर के महीने तक टैक्स रिफंड में 46 प्रतिशत से भी ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया. रिफंड का आंकड़ा इस बार तीन लाख करोड़ के पार चला गया है.
Income Tax Refund: देश टैक्सपेयर्स की संख्या और उनकी तरफ से चुकाए जाने वाले इनकम टैक्स की संख्या लगातार बढ़ रही है. यही कारण है कि पिछले साल के मुकाबले अब तक इनकम टैक्स रिफंड 46 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गया है. जी हां, 1 अप्रैल 2024 से लेकर 27 नवंबर 2024 के बीच का टैक्स रिफंड पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 46.31 प्रतिशत बढ़कर 3.08 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इस बारे में वित्त मंत्रालय की तरफ से जानकारी शेयर की गई.
पिछले साल 2.03 लाख करोड़ का टैक्स रिफंड जारी हुआ
पिछले साल 1 अप्रैल 2023 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक आयकर विभाग की तरफ से 2.03 लाख करोड़ रुपये का टैक्स रिफंड जारी किया गया था. वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि इस साल रिफंड प्रोसेस में तेजी आना मंत्रालय की तरफ से की गर्ठ कोशिश को साफ दिखा रहा है. इस उपलब्धि को हासिल करने में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की अहम भूमिका रही. इससे पहले सीबीडीटी की तरफ से जारी आंकड़ों में टैक्सपेयर्स की संख्या में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई थी.
एक हफ्ते में 26.35 प्रतिशत आईआईटीआर का निपटान किया
वित्त मंत्रालय की तरफ से साल के आखिर में की गई समीक्षा में कहा गया कि प्रोसेसिंग के केवल एक हफ्ते के अंदर ही वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 26.35 प्रतिशत आईआईटीआर का निपटान कर दिया गया. जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यह आंकड़ा 22.56 प्रतिशत था. सालाना आधार पर आया यह उछाल न केवल सिस्टम के मजबूत होने को दर्शाता है, बल्कि टैक्सपेयर्स की टाइम-लिमिट का पालन करने में सक्रिय भागीदारी को भी दर्शाता है.
एक सेकंड में 900 से ज्यादा फाइलिंग
आंकड़ों के अनुसार इस साल अपने पीक पर इनकम टैक्स रिटर्न पोर्टल ने एक सेकंड में 900 से ज्यादा फाइलिंग और एक दिन में करीब 70 लाख आईटीआर (ITR) को संभाला है. बयान में आगे कहा गया कि असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए रिकॉर्ड 1.62 करोड़ से ज्यादा आईटीआर एक दिन में प्रोसेस किए गए. क दिन सबसे अधिक 69.93 लाख आईटीआर 31 जुलाई, 2024 को जारी किए गए थे.
22 नवंबर तक करीब 8.50 करोड़ आईटीआर जमा हो चुके हैं. यह पिछले साल जमा हुए आईटीआर के मुकाबले 7.32 प्रतिशत ज्यादा है. बयान में कहा गया कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) समय पर डेटा जारी करके ज्यादा पारदर्शिता के लिए प्रयास करता है और समय पर जागरूकता अभियानों के जरिये टैक्सपेयर्स की मदद करता है. (IANS)