GDP: भारत की अर्थव्यवस्था लगातार ग्रोथ दिखा रही है. वहीं भारत का नाम अब दुनिया के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भी गिना जाता है. इस बीच भारत की इकॉनोमी से चीन में खलबली मचती हुई दिखाई दे रही है. शायद इसी वजह से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी20 सम्मेलन के लिए भारत आने से भी डर रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर भारतीय इकॉनोमी के आंकड़ों से चीन हैरान क्यों है.


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जीडीपी
भारत की जीडीपी में उछाल देखने को मिला है. भारत की ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी पर आ गई है. विश्व की बड़ी और प्रमुख अर्थव्यवस्था की तुलना में ये सबसे तेज ग्रोथ रेट है.


जीएसटी कलेक्शन
जीएसटी कलेक्शन भी बढ़ा है. अगस्त में जीएसटी कलेक्शन में 11 प्रतिशत बढ़ा है. यह 1.59 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है.


मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार
​एसएंडपी ग्लोबल के सर्वे के मुताबिक अगस्त में विनिर्माण क्षेत्र के पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) का आंकड़ा 58.6 पर रहा है. यह आंकड़ा तीन महीने के उच्च स्तर पर है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विनिर्माण गतिविधियों में तेजी देखने को मिल रही है और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की स्थिति सुधार भी हो रहा है.


​ऑटो सेक्टर
​ऑटो सेक्टर में भी बढ़ावा देखने को मिल रहा है. अगस्त में कार कंपनियों ने 369,000 यूनिट डिस्पैच किए हैं, जो कि अब तक का रिकॉर्ड है. पिछले साल अगस्त में संख्या 327,000 यूनिट की थी. ऐसे में 12.8 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है.


UPI
UPI आधारित पेमेंट में इजाफा देखने को मिला है. अगस्त में 10 अरब ट्रांजैक्शंस को पार हो चुके हैं. इसके साथ ही यूपीआई पर महीने की ट्रांजैक्शंस की संख्या 15.18 ट्रिलियन रुपये हो चुकी है.


मूडीज रेटिंग
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत की ग्रोथ में उत्साह दिखाया है. मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने 2023 कैलेंडर वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.7 फीसदी किया है. वृद्धि का अनुमान 5.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी किया गया है.